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राष्ट्रीय मतदाता दिवस: 29 अधिकारी कर्मचारियों को राज्यपाल मिश्र ने राज्य स्तरीय पुरस्कार से किया सम्मानित

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जयपुर। राज्यपाल कलराज मिश्र ने मतदान को महादान बताते हुए मतदाताओं से आह्वान किया है कि मताधिकार का प्रयोग ऐसे जनप्रतिनिधि और सरकारों को चुनने के लिए करें, जो देश को विकास और प्रगति के पथ पर आगे ले जा सकें। राज्यपाल मिश्र बुधवार को हरीश चन्द्र माथुर राजस्थान राज्य लोक प्रशासन संस्थान में 13वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर आयोजित राज्यस्तरीय समारोह में सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने एक-एक मत के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि एक मत योग्य जन प्रतिनिधि को चुन सकता है तो वहीं एक मत अयोग्य का भी चयन कर सकता है। इसलिए प्रत्येक नागरिक को अपने मत का प्रयोग समझदारी और पूर्ण सजगता से बगैर किसी से प्रभावित हुए करना चाहिए।

मतदान अधिकार के साथ कर्तव्य भी

राज्यपाल ने कहा कि वोट देना नागरिक का अधिकार होने के साथ-साथ कर्तव्य भी है। जागरूक मतदाता ही सशक्त, सहभागी और जीवंत लोकतंत्र का निर्माण करते हैं। उन्होंने कहा कि आज भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक राष्ट्र है, तो इसका आधार भी मतदाता ही हैं। उन्होंने मतदान के प्रति लोगों विशेषकर नवमतदाताओं को जागरूक करने पर बल देते हुए कहा कि लोकतंत्र को सार्थक और जीवंत बनाने के लिए निर्वाचन की प्रक्रिया में लोगों की अधिकाधिक भागीदारी महत्वपूर्ण है। मिश्र ने कहा कि हमारा संविधान हमारे देश की महान संस्कृति का जीवन दर्शन है। उन्होंने कहा कि संविधान की उद्देशिका ‘हम भारत के लोग’ से आरम्भ होती है, इसका मतलब है कि हमारे देश में संविधान की शक्ति सीधे जनता में निहित है और संविधान आमजन के ही आदर्शों एवं आकांक्षाओं को प्रकट करता है।

साक्षरता क्लबों की संख्या 71 हजार से ज्यादा

राज्यपाल मिश्र ने राज्य में निर्वाचन साक्षरता क्लबों की संख्या बढ़कर 71 हजार से अधिक होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए निर्वाचन प्रक्रिया संबंधी कार्यों में लगे सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सराहना की। उन्होंने मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण कार्यक्रम में पंजीकृत 12 लाख से अधिक नव मतदाताओं को बधाई दी। उन्होंने इस बात पर भी खुशी जाहिर की कि नव पंजीकृत मतदाताओं को ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से जोड़ने में राजस्थान देश में अव्वल है। राज्यपाल ने कहा कि निर्वाचन आयोग द्वारा वोटर पोर्टल एवं मतदाता हेल्पलाइन एप की सुविधा दिए जाने से मतदाता सूचियों में पंजीकरण और अधिक सुगम बना है। उन्होंने एक अक्टूबर 2023 तक 18 वर्ष की आयु पूरी कर रहे सभी युवाओं से मतदाता पंजीकरण करवाने का आह्वान किया। उन्होंने मतदाता पंजीकरण के लिए अर्हता की चारों तारीखों का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के लिए कहा। इस तरह आगामी विधानसभा चुनाव तक लगभग 10 लाख युवा मतदाता निर्वाचन प्रक्रिया से जुड़ सकेंगे। उन्होंने 80 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं तथा विशेष योग्यजनों को घर बैठे वोट डालने की सुविधा प्रदान किए जाने की पहल की भी सराहना की।

मतदाताओं की लोकतंत्र में अधिकाधिक भूमिका

मुख्य सचिव उषा शर्मा ने कहा कि मतदाताओं की लोकतंत्र में अधिकाधिक एवं प्रभावी भागीदारी सुनिश्चित करना जिला निर्वाचन अधिकारियों सहित निर्वाचन कार्य से जुड़े सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों की साझा जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया में सभी को भाग लेने के लिए प्रेरित करने के मकसद से सभी राजकीय कार्यालयों में निर्वाचन जागरूकता फोरम बनाए जाने के लिए निर्देशित किया गया है।

मतदान जैसा कुछ नहीं मतदान जरूर करेंगे हम

मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने कहा कि इस वर्ष राष्ट्रीय मतदाता दिवस की थीम ’मतदान जैसा कुछ नहीं, मतदान जरूर करेंगे हम’ रखी गई है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2013 से भारत निर्वाचन आयोग ने राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाने की शुरुआत की , जिसका मुख्य उद्देश्य नए मतदाताओं को जोड़ना और उन्हें निर्वाचन प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित करना है। उन्होंने भारत निर्वाचन आयोग और निर्वाचन विभाग द्वारा किए गए नवाचारों की जानकारी भी दी।

29 अधिकारी और कर्मचारी राज्यस्तरीय पुरस्कार से सम्मानित

राज्यपाल मिश्र ने निर्वाचन संबंधी गतिविधियों में विशेष योगदान देने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी, उप जिला निर्वाचन अधिकारी, निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, पर्यवेक्षक, बूथ लेवल अधिकारी एवं अन्य श्रेणी के 29 अधिकारियों एवं कर्मचारियों को राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित किया। जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिला कलक्टर पीयूष समारिया (नागौर), रुक्मणी रियार सिहाग(हनुमानगढ़), अरविन्द कुमार पोसवाल (चित्तौड़गढ़), अनिल अग्रवाल (धौलपुर), अंशदीप(अजमेर), उप जिला निर्वाचन अधिकारी एवं अतिरिक्त जिला कलक्टर डॉ. हरीतिमा (श्रीगंगानगर), हेमेन्द्र नागर (डूंगरपुर), डॉ. सूरज सिंह नेगी(सवाई माधोपुर), निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारी एवं उपखण्ड अधिकारी गुंजन सिंह (रायसिंह नगर, जिला श्रीगंगानगर), अर्शदीप बरार (आमेर, जिला जयपुर), सिद्धार्थ पलनिचामी (नदबई, जिला भरतपुर), राहुल जैन (आबू पिण्डवाड़ा, जिला सिरोही), निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारी नीरज कुमार मीना (बांदीकुई जिला दौसा), पर्यवेक्षक घेवर सिंह राजपुरोहित (बायतु, जिला बाड़मेर), बूथ लेवल अधिकारी राजेन्द प्रसाद शर्मा (माण्डल, जिला भीलवाड़ा), राजवीर मीणा (किशनगंज, जिला बारां), किशनदास जाटव (हिण्डौन, जिला करौली), शंकरलाल (भीनमाल, जिला जालोर), राजेन्द्र शर्मा (देवली-उनियारा, जिला टोंक), गरवर सिंह नायक (कुशलगढ़, जिला-बांसवाड़ा), हंसराज तंवर ( दांता रामगढ़, जिला सीकर), विजय सिंह हाड़ा (हिण्डोली, जिला बूंदी) को राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

हरि शंकर आचार्य विशेष श्रेणी में सम्मानित

विशेष श्रेणी में निर्वाचन में उत्कृष्ट कार्य करने वाले सहायक निदेशक जनसम्पर्क हरिशंकर आचार्य (बीकानेर), सुपरवाइजर संजय भारद्वाज (मालवीय नगर, जयपुर), संयुक्त निदेशक सूचना एवं प्रौद्योगिकी मनोज गर्वा (चूरू), सहायक प्रोग्रामर निर्वाचन विभाग भारत पारीक (जयपुर) को राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वर्ष 2022 की मतदाता जागरुकता प्रतियोगिता के विजेता नीरज शर्मा को बीस हजार रुपए का नकद पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र तथा हेमन्त त्रिगुणायत एवं परमजीत कौर को प्रशस्ति पत्र एवं दो हजार रुपए का नकद पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया।

मतदाता जागरूकता प्रदर्शनी का अवलोकन

पूर्व में राज्यपाल ने मतदान से जुड़ी प्रदर्शनी में सभी की मतदान में भागीदारी सुनिश्चित करने के आह्वान का संदेश लिख कर उसका शुभारंभ किया।
उन्होंने प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। प्रदर्शनी में देश में निर्वाचन प्रक्रिया की अब तक की यात्रा को दर्शाया गया है। साथ ही, दिव्यांगजन, ट्रांसजेण्डर, युवाओं की निर्वाचन में बढ़ती भागीदारी को भी प्रदर्शनी में विशेष रूप से रेखांकित किया गया।

मतदान की दिलाई शपथ

राज्यपाल मिश्र ने उपस्थितजन को लोकतांत्रिक मर्यादाओं का पालन करते हुए बिना किसी प्रलोभन के मतदान करने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से मतदाता जागरूकता शपथ दिलवाई। उन्होंने उपस्थितजन को संविधान की उद्देशिका का वाचन भी करवाया और मूल कर्तव्य पढ़कर सुनाए। उन्होंने मतदाता दिवस की थीम पर आधारित पोस्टर का लोकार्पण किया और प्रतीकात्मक रूप में दो नव पंजीकृत मतदाताओं को ईपिक कार्ड वितरित किये।

इस अवसर पर राजस्थान निर्वाचन विभाग के आईकन्स देवेन्द्र झांझडिया, शताब्दी अवस्थी, रजत चौहान, अवनि लेखरा एवं ट्रांसजेण्डर समुदाय से पुष्पा मई ने भी अपने विचार प्रकट किए। नव मतदाता आरुषि सकलेचा और प्रणव लाटा ने कार्यक्रम में निर्वाचन आयोग द्वारा नव मतदाताओं के लिए चुनाव आयोग द्वारा संचालित विभिन्न एप के बारे में अपने अनुभव साझा किए।

कार्यक्रम में भारत निर्वाचन आयोग के मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार के वीडियो संदेश का प्रसारण किया गया। मतदाताओं को जागरूक करने तथा मतदाता पहचान पत्र बनाने की प्रक्रिया से अवगत कराने के लिए वोटर हैल्पलाईन एप तथा सक्षम एप पर आधारित एक वीडियो फिल्म को भी इस दौरान प्रदर्शित किया गया। मतदाताओं को प्रेरित करने के लिए विविध भारतीय भाषाओं को समाहित करते हुए सुभाष घई द्वारा तैयार सुमधुर गीत ‘मैं भारत हूं’ गीत कार्यक्रम में लॉन्च किया गया। इस दौरान हरीश चन्द्र माथुर राजस्थान राज्य लोक प्रशासन संस्थान के महानिदेशक हेमंत गेरा, अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी कृष्ण कुणाल, जयपुर संभागीय आयुक्त अंतर सिंह नेहरा, जयपुर के जिला निर्वाचन अधिकारी प्रकाश राजपुरोहित सहित बड़ी संख्या में नव पंजीकृत युवा मतदाता एवं अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।

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