Become a member

Get the best offers and updates relating to Liberty Case News.

― Advertisement ―

spot_img
Homeमुख्य समाचारराजनीतिपेपर लीक मामले में सांसद किरोड़ी को मिला कांग्रेस विधायक हरीश मीणा...

पेपर लीक मामले में सांसद किरोड़ी को मिला कांग्रेस विधायक हरीश मीणा का साथ

जयपुर। पेपर लीक के मामलों की CBI जांच एवं सरकारी नौकरियों में राजस्थान के युवाओं को 95% आरक्षण आदि मांगों को लेकर आज 5वें दिन भी इस कड़ाके की ठंड में प्रदेश के सैकड़ों युवाओं के साथ राज्यसभा सांसद डॉक्टर किरोड़ी लाल मीना का धरना जारी है। सांसद किरोड़ी लाल मीणा के धरने को आज कांग्रेस विधायक हरीश मीणा का भी समर्थन मिला। इसके अलावा एमएलए प्रताप सिंह सिंहवी, पूर्व राज्यसभा सांसद रामकुमार वर्मा और भाजपा के वरिष्ठ नेता ज्ञानदेव आहूजा भी धरना स्थल पर पहुंचे।

विधानसभा में विपक्ष को मिलेगा कांग्रेस विधायक का साथ

इस दौरान किरोड़ी मीणा ने कांग्रेस विधायक हरीश मीणा का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि लगातार हो रहे पेपर लीक से प्रताड़ित, निराश और हताश युवाओं के आंदोलन को समर्थन देने के लिए कांग्रेस विधायक हरीश मीणा का आभार। ये मुद्दा राजनीति का नहीं, बल्कि बेरोजगारों को न्याय दिलाने का है। सभी जनप्रतिनिधि दलीय बंधन छोड़, युवाओं का साथ देना चाहिए। इस दौरान हरीश मीना ने कहा की एक जनप्रतिनिधि होने के नाते मेरा दायित्व बनता है की जो मांग सांसद उठा रहे हैं वो जायज है। मैं इन मांगों को विधानसभा में, सरकार में और पार्टी फोरम में रखूंगा। इससे माना जा रहा है कि आने वाले विधानसभा सत्र में कांग्रेस विधायक ही कांग्रेस को घेरते नजर आ सकते हैं। विपक्ष पहले से ही इस मामले को विधानसभा में उठा रहा है। हरीश मीना ने कहा की पेपर लीक के मगरमच्छों को पकड़ना ही चाहिए प्रदेश के युवाओ के साथ ग़लत हो रहा है। में प्रदेश कि युवाओ के साथ हूँ इस पर डॉक्टर मीना ने कहा की आप सचिन पायलेट को भी लेकर आए जिससे युवाओ की आवाज़ को ओर मज़बूती मिले।

जयपुर की तरफ किया कूच

धरने पर बैठे सांसद किरोड़ी मीणा अचानक सैंकड़ों युवाओं को लेकर जयपुर की तरफ कूच करने लग गए। इससे पुलिस प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। प्रशासन ने बड़ी मशक्कत के साथ किरोड़ी मीणा के काफिले को रोका। इस दौरान डॉक्टर किरोड़ी लाल ने कहा की मुख्यमंत्री क्या कोई जांच एजेंसी है जो खुले मंच पर अफसरों-नेताओं को क्लीन चिट दे रहे हैं। क्या इसी वजह से पेपर लीक के एक भी मामले में राजस्थान पुलिस तह तक नहीं पहुंची है। यदि सरकार की बड़े मगरमच्छों को पकड़ने की मंशा है तो तुरंत CBI जांच की अनुशंसा करनी चाहिए।