24 जनवरी 2023 को सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने विभिन्न मांगों को लेकर दौसा से जयपुर की ओर कूच किया था. विधानसभा तक निकाली जाने वाली यह रैली विधानसभा तक तो नहीं पहुंची. लेकिन आगरा रोड टनल पर ही इस रैली को रोक दिया गया था. जिसके बाद सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने अपना धरना यहां से शुरू करने का ऐलान किया और आज चौथे दिन भी ये धरना जारी रहा. हालांकि मांगों को लेकर दो बार वार्ता का दौर भी चला. लेकिन कोई सहमति नहीं बन पाई. जिसके बाद अब किरोड़ी लाल मीणा ने आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए चेतावनी दे डाली है.
विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन
रीट, एसआई, कांस्टेबल, वरिष्ठ अध्यापक सहित अन्य भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक प्रकरण सहित विभिन्न मांगों को लेकर इस आंदोलन की शुरुआत की गई थी. 24 जनवरी को किरोड़ी लाल मीणा के नेतृत्व में दौसा से महारैली की शुरू की गई थी. इस रैली में प्रदेशभर से हजारों बेरोजगार युवा शामिल होने के लिए दौसा पहुंचे थे. दौसा से बड़ी संख्या में वाहनों के रूप में रैली रवाना हुई. लेकिन इस रैली को आगरा रोड टनल पर ही रोक दिया गया. जिसके बाद किरोड़ी लाल मीणा के नेतृत्व में धरने की शुरुआत की गई.
आंदोलन से पहले किया था युवाओं से जनसम्पर्क
24 जनवरी को किरोड़ी लाल मीणा के नेतृत्व में किए जा रहे इस आंदोलन से पहले किरोड़ी लाल मीणा ने पूरे राजस्थान में युवाओं के साथ जनसम्पर्क कर आंदोलन में आने की अपील की थी. और इसी अपील के जरिए पूरे प्रदेश से युवाओं का एक बड़ा हुजूम दौसा पहुंचा था.
दो दौर की वार्ता रही विफल
24 जनवरी को जब रैली आगरा रोड टनल पर पहुंची रैली को रोक लिया गया. उस दिन वार्ता तो हुई लेकिन वार्ता पर सहमति नहीं बन पाने की वजह से किरोड़ी लाल मीणा ने धरने की शुरुआत की. लेकिन दूसरे दिन मंत्री राजेन्द्र यादव के साथ दूसरे दौर की वार्ता शुरू हुई. लेकिन इसका भी कोई नतीजा नहीं निकला.
भाजपा के नेताओं का आंदोलन को मिला समर्थन
किरोड़ी लाल मीणा के नेतृत्व में शुरू हुए इस आंदोलन को अब भाजपा नेताओं का समर्थन मिलना शुरू हो चुका है. केन्द्रीय मंत्री जहां धरना स्थल पर पहुंचे तो वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेन्द्र राठौड़ के साथ ही अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी धरना स्थल पर पहुंचकर आंदोलन को समर्थन दिया है.
विधानसभा चुनाव में सबक सिखाने की दी चेतावनी
सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार की ओर से बेरोजगारों की मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो आने वाले विधानसभा चुनाव में ये बेरोजगार सरकार को बड़ा नुकसान पहुंचाने में पीछे नहीं रहेंगे