चौक टीम, जयपुर। राजस्थान और मध्यप्रदेश के बीच ईआरसीपी को लेकर दशकों से चली आ रही दूरिया अब खत्म हो गई है. इसी कड़ी में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव आज जयपुर पहुंचे. जहां उन्होने सीएम भजनलाल शर्मा से मुलाकात की. जिसके बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की प्रेस वार्ता हुई. अब इसे लेकर भाजपा ने राजस्थान, मध्यप्रदेश एवं केन्द्र सरकार के मध्य समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया. इस मौके पर राजस्थान और मध्यप्रदेश दोनों सीएम और जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह उपस्थित रहे.
‘कांग्रेस ने रखा अटकाकर’- भजनलाल
सीएम भजन लाल शर्मा ने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में ये काम हो रहा है. छोटी-मोटी परेशानिया थी जो दूर हो गई है. राजस्थान के 2 लाख 80 हजार हैक्टेयर को पानी मिलेगा. 13 जिलों को फायदा होगा. कांग्रेस ने इसे उलझाकर रखने की पूरी कोशिशि. चाहे वो मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार हो या राजस्थान की कांग्रेस सरकार हो, अटकाकर रखा. मोदी जी जो करते है वो जल्द होता है. जल शक्ति मंत्री से कहना चाहता हूं कि इस पर काम भी जल्दी हो.
मोदी के नेतृत्व में हुआ कार्य- मोहन यादव
वहीं, सीएम मोहन यादव ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेई के समय नदी जोड़ो अभियान शुरू हुआ. काली सिंधु पार्वती और चंबल हमसे सटी हुई नदियां है. इन नदियों का दोनों राज्यों को लाभ मिलता आया है. मगर केंद्र में कांग्रेस की सरकार ने इस प्रोजेक्ट को रोक दिया. यादव ने कहा कि भिंड, मुरैना, उज्जैन, देवास को जल सिंचाई की क्षमता बढ़ेगा. बडे पैमाने पर हमारी नंलदा परियोजना को मजबूत मिलेगी. राजस्थान के 13 जिले के साथ-साथ मध्यप्रदेश के भी 13 जिलों को पानी मिलेगा. भजनलाल शर्मा ने सक्रियता भूमिका निभाते हुए दोनों राज्यों के बीच दूरिया कम हुई है. मोदी जी हमेशा से ही जल्द ही परियोजनाओं को जमीनी स्तर पर लाने की रही है, उसी के परिणामस्वरूप ही यह कार्य हुआ है.