सोमवार को राज्यपाल कल्याण सिंह ने राजभवन में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के मंत्रिमंडल में 13 केबिनेट और 10 राज्य मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण के साथ ही मंत्रियो को गाड़ियों का बंटवारा तो हो गया लेकिन इनको मिलने वाले विभागों पर अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है।
शपथ ग्रहण समारोह में मंच पर राज्यपाल के साथ सीएम अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट मौजूद थे। गहलोत ने ही शपथ ग्रहण के लिए सभी मंत्रियों के नाम पुकारे। शपथ से पहले सभी मंत्री प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पर उपस्थित थे जहां से वे बस से सवार होकर राजभवन पहुंचे थे। मंत्रिमंडल में शामिल 18 विधायक पहली बार मंत्री बने है जबकि बीडी कल्ला, शांति धारीवाल, परसादीलाल मीणा, मास्टर भंवरलाल मेघवाल और प्रमोद जैन भाया कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों में भी मंत्री रह चुके है।
मंत्रिमंडल शपथ में कुछ ऐसे मंत्री भी चर्चा में रहे जो कि शपथ ग्रहण कार्यक्रम में उपस्थित नहीं थे। इन विधायकों में विधानसभा के पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपी जोशी, पूर्व स्पीकर दीपेंद्र सिंह शेखावत और हेमा राम चौधरी, अमीन खान जैसे वरिष्ठ नेता शामिल है। इनमें से कुछ के नाम पर मंत्रीमंडल का हिस्सा बनने के लिए भी चर्चा भी चल रही थी लेकिन इनको मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है।
मंत्रियों के विभाग आवंटन की बात करें तो जानकारी के मुताबिक जिस तरह से मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री पद और मंत्रियों के नाम दिल्ली में तय हुए है, उसी तरह से किसी भी विवाद से बचने के लिए मंत्रियों के विभाग भी दिल्ली में राहुल गाँधी सहित पार्टी का शीर्ष नेतृत्व ही तय करेगा।