चौक टीम, उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर जिले से मेहनत और जज्बे की तस्वीर सामने आयी है. जिले के उपखंड के मण्डावरा गांव की ढाणी गराटियों के निवासी कंचन के पिता कालूराम गुर्जर व मां शांति देवी मेहनत मजदूरी करते है. माता-पिता इतना ही कमा पाते है, जिसमें घर का खर्च चल सके. कंचन को खेलों के प्रति बहुत लगाव है. ऐसे में कंचन मटकों में सीमेंट भरकर वेटलिफ्टिंग प्रतियोगिता की तैयारी करती है.
जिसे देखते हुए राजस्थान राज्य खेल परिषद् अध्यक्ष कृष्णा पूनियां ने कल यानि 3 जुलाई को खिलाड़ी कंचन गुर्जर से बात की और उनकी समस्याओं को समझते हुए वेटलिफ्टिंग का सेट उपलब्ध करवाया. साथ ही कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मार्गदर्शन में हम राजस्थान के खेलों को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं.
विधायक पूनियां खिलाड़ी कंचन से की बातचीत
कंचन की समस्या के बारे में जब विधायक और राजस्थान राज्य खेल परिषद् की अध्यक्ष कृष्णा पूनियां को पता चला तो उन्होंने कंचन की समस्या को समझा व खेल अधिकारियों को निर्देशित कर उसे वेटलिफ्टिंग का सेट उपलब्ध करवाया. पूनियां ने कंचन से कहा कि आप खूब मेहनत करिए, जननायक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मार्गदर्शन में हम राजस्थान के खेलों को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं.
बीपीएल का भी नहीं मिल रहा लाभ- खिलाड़ी कंचन
खिलाड़ी कंचन का कहना है कि उसका परिवार गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहा है. उन्हें बीपीएल का लाभ नहीं मिल पा रहा है. पक्का मकान भी नहीं है. जबकि आपको बता दें कि कंचन ने वर्ष 2018 में जिला स्तर पर कबड्डी में रजत और 2019 में स्वर्ण पदक जीता, वर्ष 2022 में राज्य स्तर पर वेटलिफ्टिंग में कांस्य पदक और 2023 में जिला स्तर पर वेटलिफ्टिंग में स्वर्ण पदक, वर्ष 2023 में खेलों इंडिया स्पर्धा में वेटलिफ्टिंग में कांस्ट पदक जीता.