चौक टीम, जयपुर। राजस्थान में लोकसभा चुनाव से पहले जोधपुर में भाजपा नेताओं की गुटबाजी सामने आई। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और बीजेपी के शेरगढ़ विधायक बाबू सिंह राठौड़ की तकरार ने सियासत में पारा चढ़ा दिया है। दोनों नेताओं के बीच सार्वजनिक मंच पर हुई तकरार के बाद बीजेपी में हलचल मची हुई है। इसी बीच बाबू सिंह राठौड़ के तेवर नरम पड़ते नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेरा कोई विरोध नहीं है, सिद्धांतों की लड़ाई है। मैंने हमेशा जनता के हित की बात की है।
बता दें आज जोधपुर में केंद्रीय मंत्री शेखावत से जुड़े मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए बाबू सिंह ने कहा कि मैं तो अभी सीधा मीटिंग में आया हूं, मुझे इस बारे में कुछ मालूम नहीं है। बाबू ने कहा कि शेरगढ़ में विकास के काम हो रहे हैं। क्योंकि जनता में हमें चुना है। पिछले 5 साल में मैं कोई काम नहीं करा पाया। क्योंकि मैं उस समय एमएलए नहीं था। अब जनता ने हमारे हाथ में कलम दी है तो काम कर ही रहे हैं।
मेरी उनसे बात हुई है- बाबू सिंह राठौड़
शेरगढ़ के सर्किट हाउस में हुए शेखावत के विरोध को लेकर बाबू सिंह राठौड़ ने कहा कि मेरी उनसे बात हुई। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों और विरोध करने वालों को ज्ञापन सौंपना चाहिए। वहीं, पार्टी नेताओं के बीच खींचतान से पार्टी के नुकसान पर राठौड़ ने कहा कि मोदी जी हैं तो सब मुमकीन है। भाजपा 400 सीटें जीतेगी। जोधपुर से भी पार्टी भारी मतों से जीतेगी।
इसके अलावा उनके खुद के सांसद बनने के सवाल पर कहा कि मैंने भी यह नहीं सोचा कि सांसद का चुनाव लडूंगा, लेकिन पार्टी आदेश करेगी तो मैं पार्टी से बंधा हूं, वो आदेश पूरा करूंगा।
बाबू सिंह राठौड़ ने लगाया था ये आरोप
आपको बता दें पिछले दिनों एक कार्यक्रम में MLA बाबू सिंह राठौड़ कहा था कि बाहरी लोग आते हैं चुनाव जीतते पर क्षेत्र में कोई काम नहीं कराते। उन्हें केवल अपने गृहक्षेत्र की पड़ी होती है। गजेंद्र सिंह शेखावत ने प्रदेश में 56 केंद्रीय स्कूल लेकर आए हैं, लेकिन शेरगढ़ में एक भी नहीं बना। इसके बाद गजेंद्र सिंह शेखावत ने विधायक बाबू सिंह के आरोपों पर जुबां से तो कोई जवाब नहीं दिया पर सोशल मीडिया पर शेरगढ़ में कराए गए 3.18 करोड़ रुपए के कार्यों का एक पोस्टर शेयर करते हुए बाबू सिंह को करारा जवाब दिया। जिसमें विधायक कोटे से शेरगढ़ में किए गए कार्यों का उल्लेख किया।