चौक टीम, जयपुर। राजस्थान में कुछ ही महीनों बाद चुनाव है, ऐसे में प्रदेश में राजनीतिक हलचल तेज हो गयी है. कांग्रेस और सचिन पायलट कैंप के लिए आज फिर एक चौंकाने वाली खबर सामने आयी. आज प्रदेश की राजधानी में हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी पहुंचे. जहां पर प्रदेश की सरकर में मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा ने मुलाकात की. इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं. राजेंद्र सिंह गुढ़ा का कहना है कि यह मुलाकात सियासत के लिए हुई है और कई सारी बातें हुई हैं.
इस मुलाकात को लेकर मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा ने कहा कि अगर दो राजनीतिक व्यक्ति मिल रहे हैं तो पर वहां पर मौसम की चर्चा नहीं होगी. वहां पर सियासत की चर्चा हुई है. आने वाले दिनों में इसके परिणाम भी दिखेंगे. उन्होंने कहा कि यहां जो मुलाकात हुई है उसमें विधानसभा चुनाव को लेकर के बातचीत हुई है और अभी कुछ बातें ऐसी भी हैं जो बताने लायक नहीं है. समय पर बताई जाएंगी. उल्लेखनीय है कि सैनिक कल्याण मंत्री राजेंद्र गुढ़ा राजस्थान की राजनीति में सचिन पायलट कैंप के माने जाते हैं.
ओवैसी के पार्टी की नजर पूरे शेखावटी पर
राज्यमंत्री राजेंद्र सिंह गुड़ा का कहना है कि यह जो मुलाकात 1 घंटे तक जयपुर के क्लार्क्स आमेर में हुई है यहां कोई मौसम की बात नहीं हुई है. यहां पर राजनीतिक चर्चाएं हुई हैं और इसके आने वाले दिनों में असर भी दिखेंगे. ओवैसी से हुई बातों की पूरी कहानी भले ही गुढ़ा न बता रहे हो लेकिन शेखावटी के जानकारों का कहना है कि ओवैसी के पार्टी की नजर पूरे शेखावटी पर है. उन तमाम सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है, जो मुस्लिम बाहुल्य हैं. ऐसे में शेखावटी की चूरू, सीकर और झुंझुनूं की कई सीटें है जहां पर ओवैसी की पार्टी आने वाले दिनों में सभाएं और रैलियां कर सकती हैं.
वहीं जयपुर की सभा में एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि यहां के मुसलमान अन्य राज्यों के मुस्लिमों से पिछड़े हैं. उन्होंने यहां के मुसलमानों के लिए दस प्रतिशत आरक्षण की मांग की. साथ ही कहा कि राज्य में मुसलमानों की हालत खराब है. मुसलमान ओबीसी का सर्वे होना चाहिए.
पीएम मोदी और गहलोत पर निशाना
रविवार को राजस्थान के जयपुर में जनसभा करते हुए ओवैसी ने केंद्र की मोदी सरकार और राजस्थान की गहलोत सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री समानता की बात करते हैं, लेकिन हकीकत में वे इससे कोसों दूर हैं. ओवैसी ने कहा कि समानता और अनेकता में बहुत फर्क है. पीएम मोदी समानता की बात करते हैं, लेकिन हकीकत में वे इसे कोसो दूर है. मोदी देश को 2 मिनट के नूडल्स की तरह चलाना चाहते है. पीएम को समझना चाहिए देश ऐसे नहीं चलता है.