ख़ान मंत्री प्रमोद जैन भाया ने कहा-सरकार की ओर से दी गई हैं खनन की लीज़ रातोरात हटाना संभव नहीं लेकिन किया जा रहा है वैकल्पिक स्थान का विचार
भरतपुर जिले के डीग तहसील के पसोपा गांव में चल रहे साधु संतों का धरना अब तेज हो गया है। ब्रज क्षेत्र के नगर और पहाड़ी इलाके में अवैध खनन, वनों की कटाई और ओवरलोडिंग के विरोध में संतों के विरोध प्रदर्शन में संत नारायण दास के टावर पर चढ़ने के बाद आज एक साधु विजय दास ने खुद पर पेट्रोल छिड़ककर आत्मदाह करने की कोशिश की जिसके बाद आग में झुलसे साधु को डीग के नजदीकी अस्पताल ले जाया गया है. बताया जा रहा है कि साधु की उम्र 65 साल है जो काफी दिनों से धरने पर बैठे थे. वहीं भरतपुर में कानून व्यवस्था को लेकर जिला प्रशासन ने डीग, नगर, कमान, पहाड़ी और सीकरी तहसील क्षेत्रों में 24 घंटे तक इंटरनेट सेवाएं बंद करने के भी आदेश दिए थे. असल में भरतपुर के ब्रज क्षेत्र में आदिबद्री और कनकांचल पर्वतों पर अवैध खनन संरक्षित वन क्षेत्र में हरे पेड़ों की कटाई और ओवर लोडिंग को लेकर पासोपा गांव में साधु संतों का पिछले छह महीने से धरना जारी है। कैबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह और साधुओं की दो दिन पहले सकारात्मक वार्ता हुई थी लेकिन रास्ता नहीं निकल पाया। खान मंत्री प्रमोद जैन भाया ने इस मामले में कहा है कि सभी माइनिंग होल्डर को खनिज विभाग से लीज मिली है।उन्हें एकदम ने नही हटाया जा सकता लेकिन साधु संतों की भावना को देखते हुए माईन होल्डर्स को शिफ्ट करने का ऑप्शन सरकार देख रही है। वहीं राजू सरकार ने भी कहा है कि भरतपुर में बृज परिक्रमा के पर्वतीय क्षेत्र में माइनिंग के विरोध में साधु संतों का प्रदर्शन भरतपुर जिले में जो ब्रज परिक्रमा का क्षेत्र आता है उसमें धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कार्ययोजना बनाने पर विचार कर रही है।
साथ ही ब्रज की परिक्रमा क्षेत्र को संरक्षित किया जाएगा और इस क्षेत्र में जो खनन गतिविधियां चल रहीं हैं। उनके लिए राज्य सरकार वैकल्पिक स्थान पर स्थानांतरित करने पर विचार कर रही है। असल में
इससे पहले भी ब्रज क्षेत्र के साधु-संतों ने प्रियंका गांधी से मुलाकात की थी।
उस समय भी प्रियंका गांधी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया था।