चौक टीम, जयपुर। मनिन्द्र मोहन श्रीवास्तव मंगलवार को राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश (CJ) बन गए। राज्यपाल कलराज मिश्र ने मंगलवार को राजभवन में जस्टिस श्रीवास्तव को हिंदी में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। समारोह के प्रारंभ में मुख्य सचिव सुधांश पंत ने राज्यपाल से मनिंद्र मोहन श्रीवास्तव को शपथ दिलवाने का आग्रह किया। इससे पहले उन्होंने राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु द्वारा जारी मुख्य न्यायाधिपति की नियुक्ति अधिसूचना एवं वारंट पढ़कर सुनाया। बता दें जस्टिस एमएम श्रीवास्तव राजस्थान हाईकोर्ट के 42वें मुख्य न्यायाधीश बने है।

शपथ ग्रहण में मुख्यमंत्री रहे मौजूद
समारोह में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी और मंत्रिमण्डल के सदस्यगण, जनप्रतिनिधिगण, राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधीशगण, अधिकारीगण, अधिवक्तागण एवं मुख्य न्यायाधीश श्रीवास्तव के परिजन उपस्थित रहे।

कौन हैं मनिंद्र मोहन श्रीवास्तव?
जस्टिस एमएम श्रीवास्तव मूल रूप से छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के जज हैं। 6 मार्च 1964 को जस्टिस मनिन्द्र मोहन श्रीवास्तव बिलासपुर में जन्मे हैं जहां उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा और विज्ञान में स्नातक CMD कॉलेज बिलासपुर से की है। केआर लॉ कॉलेज बिलासपुर से गोल्ड मैडल के साथ की LLB की डिग्री हासिल की। 5 अक्टूबर 1987 को बार काउंसिल ऑफ एमपी जबलपुर में नामांकित हुए।
उसके बाद जिला न्यायालय, रायगढ़ सहित मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में प्रेक्टिस शुरू की. साथ ही छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में भी प्रेक्टिस शुरू की। 31 जनवरी 2005 को एमएम श्रीवास्तव को वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में किया गया। 10 दिसम्बर 2009 को छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में न्यायाधीश नियुक्त किए गए। 2021 में छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट से राजस्थान हाईकोर्ट में तबादला किया गया।