24 दिसम्बर को सेकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती के पेपर लीक मामले में प्रदेश सरकार एक्शन मोड में नजर आ रही है. पहले जहां पेपर लीक के मुख्य आरोपी सुरेश ढाका की कोचिंग को धराशाही करने की कार्रवाई की तो वहीं अब पेपर लीक मामले में लिप्त चार सरकारी कार्मिकों पर राज्य सरकार की ओर से बड़ी कार्रवाई करते हुए सरकारी सेवा से आजीवन बर्खास्त करने के आदेश जारी किए गए हैं.
चारों कार्मिकों को आजीवन के लिए सरकारी सेवा से किया बर्खास्त
आरपीएससी के सेकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती पेपर लीक मामले पर राज्य सरकार ने कार्रवाई करते हुए सिरोही जिले के वरिष्ठ अध्यापक भागीरथ, जालोर जिले के जसंवतराम स्कूल के वरिष्ठ अध्यापक रावताराम, जालोर के ठेलिया स्कूल के प्रिंसीपल सुरेश कुमार और जालोर के चितलवाना झाब में तैनात वरिष्ठ सहायक पुखराज को नौकरी से बर्खास्त करने का फैसला लिया है.
24 दिसम्बर का पेपर हुआ था लीक. 46 अभ्यर्थियों को लिया था हिरासत में
आरपीएससी की ओर से आयोजित की जा रही सेकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती में 24 दिसम्बर को सुबह 9 बजे से आयोजित होने वाली सामान्य ज्ञान की परीक्षा का पेपर पहले ही अभ्यर्थियों के पास पहुंच चुका था. जालोर से उदयपुर जा रही बस में अभ्यर्थियों के पास पेपर होने की सूचना मिलने पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बस में सवाल 46 अभ्यर्थियों को पकड़ा था जिनके पास से 9 बजे आयोजित होने वाला पेपर मिला था. पेपर की जांच के बाद आरपीएससी ने पेपर को रद्द करने का फैसला लिया था.
सुरेश ढाका की अधिगम कोचिंग व भूपेन्द्र सारण के आवास पर हो चुकी कार्रवाई
सेकंड ग्रेड पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपी सुरेश ढाका की कोचिंग अधिगम पर पिछले दिनों जेडीए ने कार्रवाई करते हुए 5 मंजिला इमारत को ध्वस्त किया था. तो वहीं दूसरे आरोपी भूपेन्द्र सारण के आवास पर भी जेडीए की ओर से कार्रवाई की गई है.