शरद पुरोहित,जयपुर। नागौर जिले की खींवसर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा के रेवंतराम डांगा ने शानदार जीत दर्ज की। उन्होंने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (रालोपा) की कनिका बेनीवाल को 14,077 वोटों के बड़े अंतर से हराया। इस जीत के साथ भाजपा ने खींवसर सीट पर अपना दबदबा कायम कर लिया।
कांटे की टक्कर, कांग्रेस रही पीछे
इस उपचुनाव में भाजपा और रालोपा के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। हालांकि, कांग्रेस शुरुआत से ही पीछे चल रही थी। कुल 75.66% मतदान हुआ था, जिसमें भाजपा ने बढ़त बनाए रखी और अंततः जीत हासिल की।
पोस्टल बैलट और ईवीएम की काउंटिंग
मतगणना के लिए 19 टेबल लगाए गए थे, जिनमें से 14 टेबलों पर ईवीएम वोट और 4 टेबलों पर पोस्टल बैलट की गिनती हुई।
- 115 सर्विस वोटर और 402 वरिष्ठजन के वोट पोस्टल बैलट के जरिए आए थे।
- मतगणना के दौरान केंद्रीय पर्यवेक्षकों और भारी पुलिस बल की तैनाती की गई।
जिला निर्वाचन अधिकारी अरुण कुमार पुरोहित ने बताया कि मतगणना में 24 सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की गई।
मतदान और सुरक्षा व्यवस्था
13 नवंबर को हुए मतदान के बाद ईवीएम मशीनों को नागौर लॉ कॉलेज के 2 स्ट्रॉन्ग रूम में सुरक्षित रखा गया था।
मतदान के दौरान 75.66% मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया।
प्रमुख उम्मीदवार और मुकाबला
इस चुनाव में कुल 12 उम्मीदवार मैदान में थे। प्रमुख मुकाबला इन उम्मीदवारों के बीच रहा:
- रेवंतराम डांगा – भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)
- कनिका बेनीवाल – राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (रालोपा)
- डॉ. रतन चौधरी – कांग्रेस
अन्य उम्मीदवारों में राष्ट्रीय जनमंडल पार्टी से किशनाराम, भारतीय रक्षक पार्टी (डेमोक्रेटिक) से भीमरतन, और निर्दलीय उम्मीदवार जैसे जगदीश, ओमप्रकाश सैन, जैताराम, आदि शामिल थे।
भाजपा की जीत का महत्व
खींवसर उपचुनाव में भाजपा की जीत ने पार्टी को क्षेत्र में और मजबूत कर दिया है। रेवंतराम डांगा की जीत ने साबित किया कि भाजपा ने जनता का विश्वास कायम रखा है। दूसरी ओर, रालोपा और कांग्रेस को पुनर्विचार की आवश्यकता है।