चौक टीम, जयपुर। राजनीति में जब कोई नेता पाला बदलता है तो वे अपने सुर भी तुरंत बदल लेता है। हमेशा अपनी पार्टी के शीर्ष नेताओं का गुणगान करने वाले नेता पार्टी बदलने के बाद अचानक अपनी पुरानी पार्टी के नेतृत्व पर सवाल खड़े करने लग जाते हैं। ऐसा ही कुछ पिछले 30 साल से कांग्रेस में रहे पूर्व सांसद डॉ. करण सिंह यादव ने किया है। पूर्व सांसद डॉ. करण सिंह यादव ने पार्टी बदलते ही कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व पर सवाल उठाए हैं। जयपुर स्थित भाजपा मुख्यालय में सदस्यता ग्रहण करते हुए डॉ. करण सिंह यादव ने कहा कि कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व नशे में है। उन्हें पता ही नहीं कि देश में चुनाव है।
करणसिंह ने नेतृत्व पर उठाए सवाल
उन्होंने राहुल गांधी के नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए कहा हमारे पूर्व अध्यक्ष भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाल रहे हैं, उन्हें पता ही नहीं चुनाव में क्या हो रहा है। प्रदेश के शीर्ष नेतृत्व का भी कोई आंकलन नहीं है और अलवर जिले का तो और भी बुरा हाल है। डॉ. यादव ने कहा कि ऐसी परिस्थितियों में उनका दम घुट रह था, इसलिए वे बीजेपी में शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘सभी लोग आज भगवा झंडे के लिए लालायित हैं। आपकी मजबूत पार्टी को और मजबूत करूंगा। 400 पार का सपना पूरा करेंगे। राजस्थान में 25 सीटें बीजेपी ही जीतेगी। मैं कहना चाहता हूं कि आप हमें कार्यकर्ता समझे , शरणार्थी नहीं समझें। मान सम्मान दें, मान सम्मान लें।’
‘बच्चे को टिकट देकर मेरा अपमान’
आगे कहा कि आज वहीं कांग्रेस में टिकट डिसाइड कर रहा है। अलवर से कांग्रेस ने एक छोटे से बच्चे को टिकट देकर मेरा अपमान किया है। मैं अलवर से 2 बार सांसद और 2 बार विधायक रहा हूं। ललित यादव को अभी राजनीति का अनुभव ही नहीं है। वो राजनीति के बारे में क्या जानता है। विधायक बने अभी सिर्फ दो महीने ही हुए हैं। उसको राजनीति के बारे में कुछ नहीं पता है।
दरअसल, अलवर लोकसभा क्षेत्र से पूर्व सांसद डॉ. करण सिंह यादव टिकट की दावेदारी जता रहे थे, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने युवा नेता व मंडावर विधायक ललित यादव पर भरोसा जताते हुए आगामी लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया है। ललित यादव की उम्मीदवारी के बाद से ही डॉ. करण सिंह यादव ने बगावती तेवर अपना लिए थे।
टिकट ना मिलने से नाराज हैं करण सिंह
लोकसभा चुनाव की टिकट ना मिलने से नाराज करण सिंह ने अलवर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया था। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी को आड़े हाथों लेते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह को निशाने पर लिया था। उन्होंने कहा था कि जिस परिवार की रिवाल्वर से गोडसे ने गांधी की हत्या की।
मालूम हो कि राजस्थान में लोकसभा चुनाव दो चरणों में 19 अप्रैल और 26 अप्रैल को होने हैं। चुनाव आयोग ने बीते शनिवार को चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। इसी के साथ देश में आचार संहिता लग गई है।