चौक टीम, जयपुर। राजस्थान में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के विरोध के उनके संसदीय क्षेत्र जोधपुर में आज नारे लगे हैं। जोधपुर सर्किट हाउस में भाजपा कार्यकर्ताओं ने सीटिंग सांसद और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का जमकर विरोध किया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने ‘मोदी तुझसे बैर नहीं, शेखावत तेरी खैर नहीं’ जैसे नारे भी लगाए। बताया जा रहा है कि जलदाय मंत्री कन्हैया लाल के सामने ये नारे लगे हैं। बता दें इससे पहले शेरगढ़ विधायक बाबू सिंह राठौड़ ने भी गजेन्द्र शेखावत के खिलाफ मोर्चा खोला था।
बाबू सिंह राठौड़ ने भी साधा था निशाना
बता दें हाल ही में शेरगढ़ इलाके के क्षेत्रवा में वीर शिरोमणि राव देवराज राठौड़ की 662वीं जयंती पर कार्यक्रम हुआ। इस दौरान शेरगढ़ विधानसभा क्षेत्र में बाबू सिंह राठौड़ ने शेखावत पर हमला बोला था। उन्होंने शेखावत की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा था कि शेखावत मीठी मीठी बाते करते हैं, पर काम नहीं करते। इस बार लोकसभा चुनाव में आप सब तैयार रहना। सड़कों पर संघर्ष करना पड़ेगा नहीं तो ऐसे लोग आएंगे और चिकनी चुपड़ी बातें करके चले जाएंगे।
इसके बाद केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने किसी तरह का बयान तो नहीं दिया। लेकिन उन्होंने सोशल मीडिया पर शेरगढ़ के विकाय कार्यों का एक पोस्टर जारी कर बाबू सिंह राठौड़ को जवाब दे दिया। जिसमें सांसद कोटे से पंचायत समिति शेरगढ़ में किए गए कार्यों का उल्लेख है। करीब 318 लाख रुपए के विकास कार्य 2014 से लेकर अब तक करवाया गया है ऐसा उन्होंने अपने सोशल प्लेटफॉर्म X पर लिखा है।
हाल ही में विरोध में पोस्टर भी लगे थे
वहीं, जोधपुर में गजेंद्र सिंह शेखावत का इससे पहले भी विरोध नजर आ चुका है। बीतें दिनों उनेके जोधपुर के दौरे के दौरान एक पोस्टर सामने आया जिसमें लिखा है ‘मोदी जी से प्यार शेखावत से इनकार’। जानकारी के अनुसार यह पोस्टर जयपुर से जोधपुर आने वाले राजमार्ग पर बने वीर तेजाजी पुल के नीचे लगा है। गजेंद्र सिंह की इस पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है तो वहीं भाजपा के लोगों का कहना है कि ये काम विरोधियों ने किया है।
वसुंधरा राजे की तर्ज पर विरोध
बता दें साल 2018 के चुनाव के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के विरोध में लगाए गए पोस्टर की तर्ज पर ही शेखावत के खिलाफ भी स्लोगन नजर आए तो इसकी खूब चर्चा हुई थी। उस समय वसुंधरा राजे के विरोध में भी ‘मोदी तुमसे बैर नहीं वसुंधरा तेरी खैर नहीं’ जैसे नारे लगते थे।
गजेन्द्र शेखावत का क्यों हो रहा है विरोध?
सियासी जानकारों का कहना है कि शेखावत दस साल से जोधपुर के सांसद और केंद्रीय मंत्री भी हैं, लेकिन स्थानीय स्तर पर राजनीतिक कार्यकर्ताओं व नेताओं से उनका संतुलन लगातार बिगड़ रहा है। ज्यादातर कार्यकर्ता इस बात से भी नाराज हैं कि शेखावत भाषण अच्छा देते हैं, लेकिन उनके काम नहीं होते हैं। काम कुछ चुनिंदा लोगों के ही हो रहे हैं, जिसके चलते असंतुष्टों की कतार भी लंबी होती जा रही है। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में अंदर खाने से खबरें थी कि शेखावत कई जगह पर अपने समर्थकों को टिकट दिलाना चाहते थे, हालांकि उसमें वे सफल नहीं हुए जिसको लेकर भी काफी समर्थक नाराज चल रहे हैं।