राजस्थान में ठीक 8 दिन बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। बीजेपी और कांग्रेस के साथ ही थर्ड फ्रंट चुनावी रणभूमि में चर्चाओं में बना हुआ है। ईवीएम से 11 दिसंबर को राजस्थान में एक नई सरकार बनकर निकलेगी। जिसका फैसला अब जनता पर टिका हुआ है।
दोनों पार्टियों ने अपने-अपने घोषणा पत्र जारी कर दिए हैं। जो पूरी तरह से जनता को लुभाने का काम कर रहे हैं। ऐसे में ये देखना वाकई दिलचस्प होगा कि क्या पिछले सालों की तरह सरकार में फेरबदल होगा या बीजेपी राजस्थान में एक नया इतिहास रचेगी।
झालरापाटन
राजस्थान में झालरापाटन विधानसभा सीट चर्चाओं में बनी हुई हैं। क्योंकि इस विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी की ओर से वंसुधरा राजे और कांग्रेस से जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र सिंह हैं। झालरापाटन में कुल प्रत्याक्षी 8 है, जिनमें 4 दलों में घमासान देखने को मिलेगा।
मनोहरथाना
मनोहरथाना में कुल उम्मीदवार 6 है। जिसपर 5 दलों के बीच चुनावी जंग जारी हैं। यहां बीजेपी ने इस बार अपने नए चेहरे को मैदान में उतारा हैं। इस विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी से गोविंद रानीपुरिया को उतारा गया है। वहीं रानीपुरिया के सामने कांग्रेस से कैलाश मीणा को मैदान में उतारा गया है।
खानपुर
खानपुर से विधानसभा क्षेत्र से कुल 8 उम्मीदवार है। जिनमे कुल 4 दल शामिल है। इस विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी की तरफ से नरेंद्र नागर और कांग्रेस से सुरेश गुर्जर के बीच जबरदस्त टक्कर हैं।
डग
डग में बीजेपी ने कालूराम मेघवाल को मैदान में उतारा है। वहीं इनके खिलाफ कांग्रेस ने मदनलाल वर्मा को चुनावी मैदान में उतारा हैं। जो पूर्व विधायक रह चुके हैं।
झालावाड़ की इन सीटों पर अब तक बीजेपी की पकड़ मजबूत रही हैं। लेकिन इस बार समीकरण बिगड़ने के आसार नजर आ रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि राजस्थान की जनता में बीजेपी के खिलाफ भारी आक्रोश है। ऐसे में बीजेपी के सबसे मजबूत क्षेत्र में उसकी दावेदारी इस बार थोड़ी कमजोर नजर आ रही हैं।