चौक टीम, जयपुर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव रविवार को राजस्थान के जयपुर पहुंचे हैं यहां राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने CM यादव को पुष्प गुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया। इसके बाद दोनों मुख्यमंत्रियों के बीच वार्ता हुई। वार्ता के बाद मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव और राजस्थान सीएम भजनलाल शर्मा ने रविवार दोपहर साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस करके ERCP पर काम आगे बढ़ाने की बात कही। दोनों राज्य पानी के बंटवारे पर विवाद को सुलझाने को राजी हैं। इसके बाद दोनों मुख्यमंत्री साथ में दिल्ली गए हैं। माना जा रहा है कि शाम तक दोनों राज्यों के बीच एमओयू हो जाएगा।
दरअसल, रविवार दोपहर को राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की मुलाकात हुई। भजनलाल शर्मा और मोहन यादव की यह मुलाकात मुख्यमंत्री निवास (ओटीएस) में हुई। ऐसे में भजनलाल शर्मा और मोहन यादव की यह मुलाकात बहुत महत्वपूर्ण मानी जा रही है। मिली जानकारी के मुताबिकदोनों के बीच मध्यप्रदेश और राजस्थान के बीच नदियों के जल बंटवारे पर चर्चा की।
दोनों मुख्यमंत्रियों ने प्रेसवार्ता में कही बड़ी बात
बता दें बैठक के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए मप्र के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि पहले जो विवाद था, उस पर ध्यान नहीं दिया। अटल बिहारी वाजपेयी का नदी जोड़ो का सपना था। हम शाम तक कोई समझौते तक पहुंचे, इसलिए मैं यहां पर आया हूं। उम्मीद करता हूं कि शाम को एमओयू पूरा हो जाएगा। इस प्रोजेक्ट से बड़े पैमाने पर बड़े पर पर्यटन की संभावना बनेगी।
भजनलाल शर्मा से मुलाकात के बाद मोहन यादव ने कहा- राजस्थान और मध्य प्रदेश सरकार मिलकर हमारी नदियों के जल के बंटवारे को लेकर कुछ निर्णय करने जा रही हैं। नदियों के जल के बंटवारे को लेकर यह निर्णय ना केवल दोनों राज्यों की बेहतरी के लिए होगा बल्कि इससे लाखों किसानों का जीवन भी बदलेगा।
वहीं भजनलाल शर्मा ने कहा नदी जोड़ने का अटल बिहारी वाजपेयी का सपना था, जिसे अब धरातल पर उतारा जाएगा। मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार थी, उसने इस पर राजनीति की राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने ERCP पर राजनीति के अलावा कुछ नहीं किया। ईआरसीपी से 13 जिले को पीने का पानी मिलेगा। कुछ प्रमुख बातें हैं, उनका आज शाम तक समाधान निकल जाएगा।
दोनों राज्यों में भाजपा सरकार बनने से बढ़े आसार
उल्लेखनीय है कि, राजस्थान में तेरह जिलों में पेयजल एवं सिंचाई के लिए ईआरसीपी को लाया गया लेकिन जल बंटवारे के मुद्दे को लेकर अब तक राजस्थान और मध्यप्रदेश के बीच कोई सहमति नहीं बन पाई थी मगर अब केन्द्र में भाजपा की सरकार के साथ मध्यप्रदेश और राजस्थान में भी भाजपा सरकार होने से त्रिपल इंजन की सरकार से इस मुद्दे के समाधान की संभावना बन गई है। दोनों राज्यों में भाजपा की सरकार बनने के बाद हाल में इस मुद्दे पर दिल्ली में भी चर्चा हो चुकी है।