जयपुर के सुखचैन को इन दिनों किसी की नजर लग गई है। शांत कहे जाने वाला गुलाबी नगरी इन दिनों नेटबंदी, धारा 144 ,नपथराव और उपद्रव से जूझ रहा है। पिछले 1 महीने में करीब 7 घटनाएं ऐसी हो चुकी है जिसमें दो समुदाय के लोग आमने-सामने हुए हैं। दोनों ही समुदाय के असामाजिक तत्वों के चलते जयपुर में अशांति का माहौल बना हुआ है। हाल ही में जयपुर का परकोटा विश्व धरोहर में शुमार हुआ है । देश-विदेश से लोग गुलाबी नगरी में घूमने आते हैं, लेकिन इन दिनों गुलाबी नगरी को किसी की नजर लग गई है। पिछले 1 महीने में जयपुर शहर में पथराव और उपद्रव के करीब 7 मामले हुए हैं। कल रात को ही पार्किंग के विवाद को लेकर मोती डूंगरी रोड लोधों की गली में पथराव हुआ, हालांकि पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को सामान लिया। इसके अलावा कुछ दिनों पहले ईद गाह, रावल जी का बंदा , गंगापोल, चार दरवाजा, कल्याण जी का रास्ता और शास्त्री नगर यहां भी पथराव उपद्रव और तोड़फोड़ हो चुकी है। परकोटे में हुए उपद्रव के बाद प्रशासन ने इलाके में धारा 144 और नेट बंद भी किया था। 15 दिन से अधिक दिनों तक इलाके में धारा 144 और नेट बंद रहा। इन सभी घटनाओं में अगर गौर करेंगे तो विवाद महज छोटी सी बातों पर हुआ है। कुछ असामाजिक तत्वों ने छोटी सी बात को इतना बड़ा बना दिया कि इन छोटी सी बातों ने उपद्रव पथराव का रूप ले लिया । वही ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ पुलिस प्रशासन भी सख्त कदम उठा रहे हैं। परकोटे में हुए उपद्रव के मामले में पुलिस ने करीब 100 लोगों को गिरफ्तार किया था, वहीं दर्जनों मामले दर्ज किए हैं । पुलिस अभी भी असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई करने में जुटी है।इन सभी घटनाओं में राजनीति की बू भी आ रही है। जरूरत है आमजन को समझने की। वह समझे कि समाज में झगड़े उपद्रव की कोई जगह नहीं है । सभी सुख शांति अमन चाहते हैं, लेकिन कुछ असामाजिक तत्व समाज में माहौल बिगाड़ने का काम करते हैं। ऐसे असामाजिक तत्वों से सावधान रहें , अफवाहों पर ध्यान नहीं दे। छोटी-छोटी बातों का बड़ा इशू ना बनाएं । अगर कोई असामाजिक तत्व अफवाह फैलाने का या अशांति फैलाने का काम करता है तो इसकी सूचना पुलिस को देवे।
Comments
Latest articles
Newsletter
Subscribe to stay updated.