शरद पुरोहित, जयपुर। अपराध निरोधक ब्यूरो (ACB) ने जयपुर हेरिटेज नगर निगम में भ्रष्टाचार के मामले में 19 सितंबर 2024 को कोर्ट में मेयर मुनेश गुर्जर और उनके पति सुशील गुर्जर समेत चार लोगों के खिलाफ चार्जशीट पेश की। इस मामले में मुनेश गुर्जर के अलावा दलाल नारायण सिंह और अनिल दूबे भी शामिल हैं। हालांकि, खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए मेयर कोर्ट में उपस्थित नहीं हो सकीं।
निलंबन का मामला फिर से टला
स्वायत्त शासन विभाग ने 11 सितंबर को मेयर मुनेश गुर्जर को निलंबन का नोटिस जारी किया था, जिसके जवाब में उन्होंने पीठ दर्द के कारण 7 दिनों के बेड रेस्ट की रिपोर्ट कोर्ट में पेश की। इससे निलंबन की कार्रवाई फिर तीन दिनों के लिए टल गई है।
ACB के छापे में मिली थी भारी रकम
ACB ने 4 अगस्त 2023 को मेयर मुनेश गुर्जर के घर पर छापा मारा था, जहां उनके पति सुशील गुर्जर को गिरफ्तार किया गया था। सुशील पर आरोप था कि उन्होंने पट्टे जारी करने के बदले रिश्वत ली थी। जांच के दौरान सुशील गुर्जर के घर से 41 लाख रुपए और दलाल नारायण सिंह के घर से 8.95 लाख रुपए बरामद हुए थे।
हाईकोर्ट में मुनेश गुर्जर की अपील
निलंबन और भ्रष्टाचार के आरोपों के खिलाफ मेयर मुनेश गुर्जर ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। उन्होंने इस कार्रवाई को राजनीतिक द्वेषता से प्रेरित बताया है और अपने बचाव में कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
भ्रष्टाचार के सबूत और आगे की कार्रवाई
ACB को मेयर मुनेश गुर्जर और उनके पति सुशील गुर्जर के खिलाफ भ्रष्टाचार के पर्याप्त सबूत मिले हैं। ACB ने सरकार से कार्रवाई की अनुमति मांगी थी, और अब पति-पत्नी दोनों के खिलाफ एक साथ चालान पेश किया जा सकता है।