राजस्थान विश्वविद्यालय के संघटक कॉलेज महाराजा कॉलेज के छात्र संघ कार्यालय का आज उद्घाटन किया गया. पूर्व उप मुख्यमंत्री और विधायक सचिन पायलट ने कार्यालय का उद्घाटन किया. कार्यालय उद्घाटन के दौरान विधायक मुकेश भाकर और राजस्थान विश्वविद्यालय छात्र संघ अध्यक्ष निर्मल चौधरी कार्यक्रम में मौजूद रहे. कार्यक्रम में जहां सचिन पायलट के लिए युवाओं में जबरदस्त क्रेज देखने को मिला. तो वहीं एक बार फिर से शिक्षा के मंच पर राजनीतिक गर्माहट का भी अहसास हुआ.
सचिन पायलट को लेकर युवाओं में दिखा जबरदस्त उत्साह
महाराजा कॉलेज छात्रसंघ कार्यालय के उद्घाटन समारोह में जब सचिन पायलट पहुंचे तो युवाओं में सचिन पायलट का जबरदस्त क्रेज देखने को मिला. कार्यक्रम में मौजूद हजारों युवाओं ने सचिन पायलट जिंदाबाद के नारे लगाने लगे. साथ ही सचिन पायलट के साथ एक फोटो खींचवाने की होड़ भी युवाओं में नजर आई. इसके बाद सचिन पायलट ने युवाओं का अभिवादन स्वीकारने के लिए उनके बीच में पहुंचे.
शिक्षा के मंच से पायलट की टिप्पणी चर्चाओं में
सचिन पायलट जब मंच पर पहुंचे तो सचिन पायलट जिंदाबाद के नारे लगने लगे. सचिन पायलट ने फिर से दिल खोलकर युवाओं के बीच अपनी बात रखी. साथ ही उन पर की गई राजनीतिक टिप्पणी पर भी शिक्षा के मंच से जवाब दिया. पायलट ने अपने संबोधन में कहा कि किसी की व्यक्तिगत आलोचना करना, गाली गलौज करना कठोर शब्द बोल देना आसान काम होता है. लेकिन 32 सलाखों के पीछे बिना हड्डी की जीभ है उसे संतुलित करना यह बहुत जरूरी है. मुंह से निकली हुई बात वापस नहीं आती.
पिता से सीखी है राजनीति, बड़े बड़ों को पटखनी देते हुए देखा है- पायलट
सचिन पायलट ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि राजनीति में पिता से काफी कुछ देखा और सीखा और राजनीति के अखाड़े में बड़े बड़ों को पटखनी देते हुए देखा है. लेकिन मुद्दों पर विषयों पर पब्लिक सेंटीमेंट पर आप पटकनी दो. तो लोग ताली बजाते हैं. लेकिन अपमान कर लेना छोटी मोटी बात बोल देना आप सब जानते हैं मेरे बारे में क्या क्या बोला आप सब जानते हैं. इन सब बातों की कोई जरूरत नहीं है. बड़े होने के नाते दायित्व बनता है कि सही बात बोलूं आप के संस्कारों ऐसे हो और परवरिश ऐसी होनी चाहिए आप मान सम्मान करो आप इज्जत दोगे तो आपको भी इज्जत मिलेगी.
करीब एक घंटे तक युवाओं के बीच रहे पायलट
कार्यालय उद्घाटन के दौरान करीब एक घंटे सचिन पायलट युवाओं के बीच रहे. इस दौरान सचिन पायलट ने कहा कि वे अपने आचरण, बोली भाषण में ऐसी चीजें लाए, जो अगली पीढ़ी आप पर गर्व कर सकें और आपको सम्मान दे सकें. युवाओं की प्रतिभा को रोकने की जगह उसे बढ़ाने का काम करें. हमारी कोशिश होनी चाहिए. जब चुनाव आते है जब प्रचार करने जाता हूं, तो सामने बीजेपी खड़ी रहती है, जब-जब प्रचार करता हूं उनका धुंआ निकाल देता हूं.