जयपुर। भरतपुर माइनिंग के विरोध में संत विजय दास का निधन के मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बड़ा बयान सामने आया है। दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए गहलोत ने कहा जब सब कुछ सहमति बन चुकी थी प्रेस वार्ता हो चुकी थी संतों की बात सरकार ने मान ली थी उसके बावजूद आख़िर कैसे संत विजय दास ने आत्महत्या की यह जाँच का विषय है। सरकार ने वरिष्ठ IAS अधिकारी कुंजीलाल मीणा को इस मामले की जाँच सौंपी है। आख़िर सच का पता लगना चाहिए कि विजय दास को आत्मदाह क्यों करना पड़ा।
मुख्यमंत्री ने भाजपा के राष्ट्रीयJP नड्डा पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उनको इस मामले की जानकारी नहीं है।
ये माइनिंग अवैध नहीं वैध थी लेकिन उसके बावजूद राजस्थान सरकार ने इन्हें बंद करवाया है। सरकार ने संतों की बात मानी है। हरियाणा में dysp को कुचलने की घटना के बाद राजस्थान में अवैध माइनिंग के ख़िलाफ़ सरकार अभियान चला रही है लेकिन भाजपा इस मामले पर करना पॉलिटिक्स चाहती हैं।
उन्हें अभी सच समझ में नहीं आ रहा लेकिन जनता उन्हें पूरा सच समझा देगी।
बाइट – अशोक गहलोत मुख्यमंत्री