प्रदेश में 48 हजार पदों पर तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा का आयोजन 25 फरवरी से 28 फरवरी 2023 में होने जा रहा है. तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से आयोजित करवाई जा रही है. तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए करीब 10 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी पंजीकृत हैं. लेकिन इनमें से करीब 1 लाख ऐसे अभ्यर्थी है जिनको तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा से बाहर होने की तलवार लटक रही है. ऐसे में अब इन अभ्यर्थियों ने जल्द ही समस्या समाधान करते हुए 1 लाख बेरोजगारों के हित में फैसला लेने की मांग तेज कर दी है.
2021 की रीट परीक्षा में सरकार ने दी थी राहत
आपको बता दें कि 48 हजार पदों पर आयोजित होने जा रही तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा में बीएड-बीएसटीसी अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को शामिल करने का अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है. जिसके चलते इन अभ्यर्थियों के सामने परीक्षा से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा है. 2021 की परीक्षा में सरकार ने अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को रीट अध्यापक पात्रता परीक्षा में शामिल करने का फैसला लेते हुए इनको बड़ी राहत दी थी.तो वहीं 2022 जुलाई में आयोजित रीट अध्यापक पात्रता परीक्षा में भी अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को शामिल किया गया था. लेकिन अभी तक फरवरी 2023 में आयोजित हो रही शिक्षक भर्ती में इन अभ्यर्थियों को शामिल किया जाए या नहीं इसको लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है.जिसके चलते करीब 1 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों को सामने समस्या खड़ी हो गई है.
2021 में 32 हजार पदों पर हुई थी रीट पात्रता परीक्षा
साल 2021 में जब सरकार की ओर से 32 हजार पदों पर आयोजित हुई थी. इसमें 15 हजार पदों पर लेवल प्रथम और 16 हजार लेवल द्वितीय में.इसके साथ ही विशेष शिक्षा में 1 हजार पदों पर आयोजित की गई. लेकिन लेवल द्वितीय का पेपर आउट होने के चलते लेवल द्वितीय की परीक्षा को रद्द कर दिया गया था. लेकिन लेवल वन की परीक्षा को यथावत रखते हुए नियुक्ति प्रक्रिया जारी रखी गई थी.
क्या कहता है नियम
किसी भी भर्ती परीक्षा में नियमों की बात की जाए तो भर्ती परीक्षा आयोजन के समय संबंधित डिग्री या क्वालिफिकेशन अभ्यर्थी के पास होनी चाहिए. लेकिन अगर शिक्षक भर्ती परीक्षा की बात की जाए तो करीब 1 लाख से ज्यादा ऐसे अभ्यर्थी हैं जो 25 फरवरी से 28 फरवरी 2023 में होने वाली शिक्षक भर्ती के दौरान इस योग्यता को नहीं रखते हैं.तो वहीं सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश की बात की जाए तो अगर सरकार की ओर से राहत नहीं दी जाती है तो ऐसे अभ्यर्थी भर्ती परीक्षा से बाहर हो जाएंगे
प्रदेश के बेरोजगारों ने सरकार से लगाई गुहार
48 हजार पदों पर फरवरी 2023 में आयोजित होने जा रही शिक्षक भर्ती से पहले 23 और 24 जुलाई को रीट अध्यापक भर्ती परीक्षा का आयोजन हुआ था. रीट अध्यापक पात्रता परीक्षा में बीएड-बीएसटीसी अंतिम वर्ष के करीब 2 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी शामिल हुए थे. इन अभ्यर्थियों में से करीब 1 लाख अभ्यर्थी रीट अध्यापक पात्रता परीक्षा में सफल होते हुए शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल होने के लिए पात्र हुए थे. बेरोजगारों ने सरकार से मांग करते हुए गुहार लगाई है कि सरकार की ओर से जल्द ही बेरोजगारों के हितों फैसला ले. इससे पहले भी जब 2021 में रीट पात्रता परीक्षा हुई थी उस समय सरकार ने राहत दी थी.ऐसे में अब परीक्षा आयोजन में महज दो महीनों का समय बचा है. कम समय होने के चलते अभ्यर्थी अपनी पढ़ाई में ध्यान नहीं दे पा रहे है. इसलिए जल्द से जल्द सरकार फैसला लेती है तो बेरोजगार अपनी पढ़ाई में ध्यान दे पाएगी
सूत्रों की माने तो नहीं मिलेगी राहत
एक ओर जहां बेरोजगार अभ्यर्थी सरकार की ओर से राहत की मांग कर रहे हैं. तो वहीं शिक्षा विभाग के सूत्रों की माने तो करीब 1 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी तृतीय श्रेणी परीक्षा से बाहर होते हुए नजर आ रहे हैं. क्यूंकि विभाग द्वारा तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में योग्य अभ्यर्थियों को ही शामिल करने पर विचार कर रही है. साथ ही एपीयरिंग अभ्यर्थियों को परीक्षा से बाहर करने का फैसला लिया जा सकता है