राजस्थान विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों को बागियों से कड़ी चुनौती मिल रही है। कांग्रेस में चार पूर्व मंत्रियों और छह पूर्व विधायकों सहित कम से कम 50 विद्रोही नेता सात दिसंबर के चुनावों में पार्टी की आशाओं पर पानी फेर सकते हैं। वहीं पर बीजेपी में भी कम से कम 20 विद्रोही उम्मीदवारों के नामांकन दाखिल करने के बाद उन्हें मनाने की कवायद तेज हो गई है। साथ ही राजस्थान की बीकानेर ईस्ट सीट पर एक बेहद की रोचक मुकाबला होने वाला है। यह मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच नहीं बल्कि पति और पत्नी के बीच हो रहा है जो निर्दलीय ही मैदान में उतरे हैं।
राजस्थान की बीकानेर ईस्ट सीट से स्वरूप चंद और उनकी पत्नी मंजूलता ने नामाकंन दाखिल किया है। दोनों ही निर्दलीय मैदान में उतरे हैं। एक दूसरे के विरोधी उम्मीदवार होने के बाद भी पति पत्नी का रिश्ता अच्छी तरह से निभा रहे है, एक दूसरे को बहुत मदद करते हैं। स्वरूप चंद का कहना है कि अगर उनकी पत्नी चुनाव जीतती हैं तो वो उनकी मदद करेंगे और अगर मैं चुनाव जीतता हूं तो वो मेरी मदद करेंगी।
आखिर क्यों उतरी स्वरूप चंद की पत्नी मैदान में?
स्वरूप चंद ने बताया कि कि वह साल 2013 के विधानसभा चुनाव में भी निर्दलीय चुनाव लड़ा था। इस दौरान मैं प्रचार के लिए चला जाता था और वह घर पर अकेली रह जाती थी। इसलिए इस बार उन्होंने भी चुनाव लड़ने का फैसला लिया है और नामांकन दाखिल किया है।