Homeवीडियोबीएसटीसी-बीएड विवाद मामले पर 10 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, फैसले...

बीएसटीसी-बीएड विवाद मामले पर 10 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, फैसले पर लाखों अभ्यर्थियों की बढ़ी धड़कने

- Advertisement -spot_img

पिछले करीब 4 सालों से बीएसटीसी-बीएड का जो विवाद चला आ रहा है. उस विवाद का अब जल्द ही समाधान होने की उम्मीद की जा रही है. सुप्रीम कोर्ट में पिछले एक साल से चली आ रही सुनवाई का अगले 2-3 दिनों में पूरा होने के साथ ही 11 या 12 जनवरी तक मामले पर फैसला आने की पूरी संभावना है. बीएसटीसी अभ्यर्थियों के मन में डर है की कहीं राजस्थान हाईकोर्ट का फैसला बदला जाता है तो करीब 3 लाख बीएसटीसी अभ्यर्थी प्रभावित हो सकते हैं. तो वहीं बीएड अभ्यर्थियों के मन में डर है की अगर राजस्थान हाईकोर्ट का फैसला यथावत रहता है तो सालों का संघर्ष बेकार चला जाएगा.

फैसला बदला तो क्या पड़ेगा फर्क ?

राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर ने जब फैसला लिया तो उसके बाद रीट अध्यापक पात्रता परीक्षा को यथावत जारी रखा गया. लेकिन जब मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा तो सुप्रीम कोर्ट ने लेवल-1 की नियुक्तियों को आदेश के अधीन रखने का फैसला दिया. तो वहीं शिक्षा विभाग की ओर से 15 हजार 500 पदों पर हुई लेवल-1 की भर्ती में करीब करीब सभी पदों पर नियुक्ति दे दी है. अगर सुप्रीम कोर्ट की ओर से राजस्थान हाईकोर्ट के फैसले को बदला जाता है तो इन 15 हजार 500 पदों पर भी संकट के बादल छाने की संभावना है.

राजस्थान हाईकोर्ट का फैसला रखा यथावत. तो करीब 8 लाख बीएड अभ्यर्थी हो जाएंगे बाहर

लेवल-1 में शामिल होने के लिए प्रदेश के करीब 8 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी पिछले 4 सालों के संघर्ष कर रहे हैं. राजस्थान हाईकोर्ट से जहां इन अभ्यर्थियों को राहत नहीं मिली थी तो वहीं अब सुप्रीम कोर्ट पर बीएड अभ्यर्थियों की नजरें टिकी हुई है. अगर सुप्रीम कोर्ट द्वारा राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर के फैसले को यथावत रखने का फैसला दिया जाता है तो ऐसे में बीएड धारियों का सालों से चला आ रहा संघर्ष यहीं रुकने की उम्मीद है. साथ ही बीएड धारी अभ्यर्थी लेवल-1 की नियुक्ति प्रक्रिया से हमेशा के लिए बाहर होते हुए भी नजर आ सकते हैं.

क्या है बीएसटीसी-बीएड विवाद ?

फैसला बदला तो 48 हजार पदों पर चली आ रही भर्ती पर पड़ेगा बड़ा असर

10 जनवरी से सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई पर अब सबकी नजरें टिकी हुई है. अगर सुप्रीम कोर्ट की ओर से बीएड अभ्यर्थियों के पक्ष में फैसला दिया जाता है तो ऐसे में रीट 2021 में नियुक्ति पा चुके 15 हजार 500 अभ्यर्थियों की नियुक्ति पर तो संकट खड़ा होगा ही साथ ही शिक्षा विभाग की ओर से आयोजित की जा रही 48 हजार पदों की भर्ती की प्रक्रिया भी नये सिरे से शुरू होने की संभावना है. जो फिलहाल अब शिक्षक भर्ती परीक्षा के अंतिम पड़ाव तक पहुंच चुकी है. 23 और 24 जुलाई को जहां रीट पात्रता परीक्षा आयोजित हो चुकी है तो वहीं 25 फरवरी से 28 फरवरी तक तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा भी प्रस्तावित है.

- Advertisement -spot_img
- Advertisement -spot_img

Stay Connected

Must Read

- Advertisement -spot_img

Related News

- Advertisement -spot_img

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here