चौक टीम, जयपुर। राजस्थान में लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है. सभी पार्टियां अपने-अपने संगठन को मजबूत कर रहे है. ऐसे में आज यानि 27 जनवरी को भाजपा ने प्रदेश मुख्यालय पर प्रदेश मीडिया व सोशल मीडिया टीम की कार्यशाला का आयोजन किया. इस बैठक से पहले प्रदेशाध्यक्ष जोशी ने इशारे-इशारे में आरएलपी सुप्रीमो बेनीवाल (hanuman beniwal loksabha election) को लकेर बड़ा बयान दे दिया.
बता दें कि हाल ही मे प्रदेश में भजनलाल सरकार ने बेनीवाल की सुरक्षा बढ़ाई दी है. इसके बाद से राजस्थान की राजनीति में चर्चा तेज हो गई है. बीजेपी सरकार पर हनुमान बेनीवाल कोई हमला नहीं बोल रहे हैं. संकेत साफ हैं कि बेनीवाल भी तलाश में है.
कई नेता हमारे संपर्क में….
प्रदेश मीडिया ओर सोशल मीडिया विभाग की बैठक से पहले सीपी जोशी से मीडिया की ओर पूछा गया कि कई नेताओं की सुरक्षा बढ़ाई गई है. क्या विपक्षी पार्टी के नेता भाजपा में शामिल होने जा रहे है? इस पर जोशी ने जबाव देते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले ही कई नेताओं मोदी जी के नेतृत्व में आस्था व्यक्त की थी और सदस्यता भी ली और अभी कई लोग संपर्क में है.
सरकार ने बेनीवाल की बढ़ाई सुरक्षा
गणतंत्र दिवस के मौके पर इंटेलिजेंस एजेंसी के पास खींवसर विधायक हनुमान बेनीवाल की जान को खतरे के कुछ अहम इनपुट मिले. इसके बाद उनकी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. बेनीवाल (hanuman beniwal loksabha election) के आवास पर QRT टीम तैनात कर दी गई है. पूरे घर को सुरक्षा में ले लिया है. इसके अलावा हनुमान बेनीवाल के आवास पर 8 कमांडो तैनात किए गए हैं. सभी कमांडो आधुनिक हथियारों से लेस है. जो हर संदिग्ध गतिविधियों और आने जाने वालों पर कड़ी नजर रख रहे हैं. QRT टीम बेनीवाल के साथ हर समय साथ रहती है.
BJP बाड़मेर से लड़ा सकती है चुनाव
बीकानेर, जोधपुर, बाड़मेर और नागौर में बीजेपी की जीत पक्की हो जाए. उन क्षेत्रों में बेनीवाल की पार्टी का असर दिखा है. संभावना जताई जा रही है कि बीजेपी बाड़मेर लोकसभा सीट हनुमान बेनीवाल को दे सकती है. हनुमान अपनी पत्नी को बाड़मेर से लड़ा सकते हैं. अब इस पर चर्चा और मंथन शुरू हो गया है.
कांग्रेस के लिए आरएलपी का महत्व
वहीं, कांग्रेस के साथ जाने पर हनुमान अभी विचार कर रहे हैं. संकेत साफ हैं कि सुरक्षा बढ़ाए जाने से पर भी कांग्रेस ने चुप्पी साध रखी है. सूत्रों का कहना है कि हनुमान बेनीवाल कांग्रेस से दो सीट की मांग कर रहे हैं. नागौर और बाड़मेर पर बेनीवाल अपना दावा ठोंक रहे है. नागौर से अपनी पत्नी को और बाड़मेर से भाई को चुनाव लड़ाना चाह रहे हैं.
कांग्रेस और भाजपा में बेनीवाल के विरोधी कौन?
वहीं, बीजेपी के कई नेता हनुमान बेनीवाल (hanuman beniwal loksabha election) से गठबंधन के खिलाफ है. वहीं ज्योति मिर्धा की भी नजर इसपर बनी हुई है. कांग्रेस में हनुमान बेनीवाल को लेकर ‘कोल्डवार’ शुरू हो गया है. पार्टी में दो जाट नेता हनुमान बेनीवाल की एंट्री नहीं चाह रहे हैं, लेकिन कांग्रेस के पूर्व मंत्री और दिग्गज नेता बेनीवाल को पार्टी से गठबंधन के मूड में है.