चौक टीम, जयपुर। टोंक में पुलिस हेडकांस्टेबल खुशीराम बैरवा की हत्या ने तूल पकड़ लिया है। बैरवा समाज के लोगों में हत्या के बाद गहरा रोष व्याप्त है। समाज के लोगों ने आज ज़िला कलेक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन कर रोष प्रकट किया। दोषी बजरी माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई को लेकर कलेक्टर सौम्या झा को 6 सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा।
आक्रोशित के लोगों ने दिया धरना
इसके बाद समाज के लोग अपनी मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट में ही धरने पर बैठ गए। कलेक्टर के आश्वासन के बाद भी समाज के लोग धरने पर बैठे रहे। समाज के लोगों की मांग थी कि हेडकांस्टेबल खुशीराम की हत्या उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों को सज़ा दी जाए। मृतक पुलिसकर्मी के परिवारजनों को राज्य सरकार से एक करोड़ रुपए नगद क्षतिपूर्ति मुआवजा और हाउसिंग बोर्ड में मकान आवंटित किया जाए। मृतक पुलिसकर्मी को राजकीय शहीद का दर्जा देकर समस्त परिलाभ दिए जाए।
दरअसल पुलिस गश्त के दौरान खुशीराम बैरवा ने जब एक बजरी से भरे ट्रेक्टर को रुकवाने का प्रयास किया तो बजरी चालक ने पुलिस गाड़ी को टक्कर मार कर दी। जिसमे हेडकांस्टेबल खुशीराम गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसके बाद उसे सआदत अस्पताल लाया गया। यहां से उसे जयपुर एसएमएस हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया। जहां आज उसकी मौत हो गई। इसके बाद पुलिस ने आरोपी को डिटेन कर हत्या की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।
राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार
पुलिस के मुताबिक बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद हेड कांस्टेबल के शव को उनके गांव देवली भांची लाया गया, जहां राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। कोतवाल भंवर लाल वैष्णव ने बताया कि घटना के बाद ही देर रात आरोपी ड्राइवर जावेद को ट्रैक्टर सहित गिरफ्तार कर लिया गया। उसके खिलाफ हेड कांस्टेबल खुशीराम बैरवा की हत्या का मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।
एसपी संजीव नैन ने कहा कि आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाएगा। अवैध बजरी खनन पर पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। ट्रैक्टर-ट्रॉली चढ़ाकर हत्या करने वाले आरोपी के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में जो भी संलिप्त पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। हेड कांस्टेबल खुशीराम बैरवा का उनके पैतृक गांव देवली भांची में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया है।