जयपुर में भव्य सजावट और विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन
राजस्थान में आज कृष्ण जन्माष्टमी बड़े धूमधाम से मनाई जा रही है। इस पावन अवसर पर जयपुर के विभिन्न मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना और सजावट की गई है, जिससे भक्तों का श्रद्धा भाव और भी बढ़ गया है।
जयपुर के गोविंददेवजी और गोपीनाथजी मंदिरों में सुबह मंगला आरती के बाद से ही दर्शन के लिए भक्तों की लंबी कतारें लग गई हैं। गोविंददेवजी मंदिर में भगवान को पीले वस्त्र पहनाए गए हैं और स्वर्ण आभूषणों से सजाया गया है। वहीं, गोपीनाथजी मंदिर में भगवान को लाल रंग के वस्त्र पहनाए गए हैं और उनकी पूजा में 2.50 लाख रुपये की हरी डायल वाली घड़ी शामिल की गई है। दिन में एक बार फिर भगवान का श्रृंगार किया जाएगा, जिसमें उन्हें 80 साल पुराना नवरत्न मुकुट पहनाया जाएगा।
जयपुर के चौड़ा रास्ता स्थित श्री राधा दामोदर मंदिर में दिन के 12 बजे जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। मंदिर के महंत मलय गोस्वामी ने बताया कि यहां भगवान राधा दामोदर ढाई साल के बाल स्वरूप में विराजित हैं। यह सालों पुरानी परंपरा वृंदावन से आई है। पहले श्री राधा दामोदरजी का जन्मोत्सव मनाया जाता है, इसके बाद भगवान गोविंददेवजी का जन्मोत्सव होता है।
दर्शनार्थियों के लिए मंदिरों में विशेष व्यवस्थाएँ की गई हैं। दर्शन व्यवस्था सुबह मंगला झांकी से ही शुरू हो गई है। जलेबी चौक से मंदिर में प्रवेश करने वाले भक्तों का निकास जय निवास बाग के पूर्वी गेट से हो रहा है। ब्रह्मपुरी और कंवर नगर की ओर से आ रहे भक्त चिंताहरण हनुमान जी मंदिर होते हुए जय निवास बाग के पश्चिम द्वार से बाहर निकल रहे हैं।
गोपीनाथ मंदिर में भी जन्माष्टमी पर विशेष उत्सव आयोजित किया गया है। सुबह 4.30 से 5.30 बजे तक मंगला झांकी सजाई गई और भगवान के लिए कोलकाता के कारीगरों ने फूल बंगला तैयार किया है। इसके साथ ही भगवान को टाइटन नेबुला कंपनी की 2.50 लाख रुपये मूल्य की हरी डायल वाली घड़ी पहनाई गई है।