राजस्थान विश्वविद्यालय के कस्तूरबा गांधी छात्रावास में प्रवेश के मामले को लेकर तीन छात्राएं पिछले 8 दिनों से कड़ाके की सर्दी में धरने पर बैठी थी. राविवि प्रशासन द्वारा सुनवाई नहीं होने के बाद आखिरकार महिला आयोग को इस पूरे मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा. जिसके बाद राविवि प्रशासन को झुकते हुए 16 जनवरी तक तीनों ही छात्राओं का प्रवेश हॉस्टल में करवाने का आश्वासन देने के बाद छात्राओं ने अपना धरना समाप्त किया. लेकिन साथ ही कुलपति की कार्यप्रणाली से खफा होकर महिला आयोग ने राविवि कुलपति को 16 जनवरी को आयोग कार्यालय में पेश होने के निर्देश भी दिए.
8 दिनों से राविवि प्रशासन की अनदेखी का शिकार बनी छात्राएं
गौरतलब है कि राविवि के कस्तूरबा गांधी छात्रावास में प्रवेश की मांग को लेकर पिछले 8 दिनों से कड़ाके की सर्दी में कुलपति सचिवालय के बाहर तीन छात्राएं धरने पर बैठी थी. इस पूरे मामले की जानकारी जब महिला आयोग अध्यक्ष रेहाना रियाज को मिली तो महिला आयोग अध्यक्ष महिला आयोग की टीम के साथ यूनिवर्सिटी पहुंची और छात्राओं की समस्याएं सुनी. लेकिन इस बीच महिला आयोग की टीम पहुंचने के बाद भी कुलपति प्रो. राजीव जैन ने करीब आधा घंटे तक महिला आयोग की टीम से मुलाकात नहीं करने पर महिला आयोग अध्यक्ष ने नाराजगी जताई
आधा घंटे तक कुलपति ने नहीं की महिला आयोग अध्यक्ष से मुलाकात
महिला आयोग की टीम जब कुलपति सचिवालय पहुंची तो इस दौरान बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं की भीड़ कुलपति सचिवालय के बाहर एकत्रित हो गई. इस दौरान कुलपति प्रो. राजीव जैन अपने दफ्तर में कामकाज ही निपटा रहे थे. लेकिन महिला आयोग से मुलाकात करने के लिए बाहर नहीं आए. लेकिन आधा घंटे बाद जब कुलपति ने आयोग अध्यक्ष को अंदर बुलाने का मैकेज किया तो आयोग अध्यक्ष ने कुलपति को बाहर आने की बात कहते हुए दफ्तर में जाने से इनकार कर दिया.
तीनों छात्राओं ने प्रवेश में धांधली का लगाया आरोप
पिछले 8 दिनों से धरने पर बैठी कौशल्या, रूबी और शालू ने छात्रावास में प्रवेश देने के साथ ही प्रवेश की सूची ऑनलाइन जारी करने और प्रवेश में हुई धांधली की जांच की भी मांग की.
छात्रों ने कुलपति को सुनाई खरी-खोटी
महिला आयोग अध्यक्ष रेहाना रियाज जब कुलपति सचिवालय पहुंची तो इस दौरान राविवि प्रशासन की कार्य प्रणाली पर छात्रों ने सवाल खड़े किए. साथ ही जब कुलपति प्रो. राजीव जैन वार्ता के लिए बाहर पहुंचे तो कुलपति को खरी खोटी सुनाई
5 मिनट में हुआ 8 दिनों के आंदोलन का पटाक्षेप
रेहाना रियाज से वार्ता के बाद राविवि प्रशासन ने तीनों ही छात्राओं के हॉस्टल में प्रवेश को लेकर आदेश जारी कर दिए. हालांकि आदेश में अस्थाई शब्द जोड़ने पर छात्राओं ने विरोध जताया. लेकिन इसके बाद राविवि प्रशासन को आदेश को बदलते हुए अस्थाई शब्द को हटाते हुए तुरंत दूसरा आदेश जारी करना पड़ा.