शरद पुरोहित,जयपुर। केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके बयान केवल उनकी खिसियाहट का परिणाम हैं। शेखावत ने बिना गहलोत का नाम लिए कहा कि उनके बयान उनके अंदर की नाराजगी को साफ तौर पर दर्शाते हैं।
पांच साल के शासन पर सवाल
मीडिया द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए शेखावत ने गहलोत सरकार के पांच साल के कार्यकाल पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि किसी भी राजनीतिक टिप्पणी से पहले गहलोत को अपने कार्यकाल में हुए हालातों पर ध्यान देना चाहिए। शेखावत ने कहा, “इन पांच सालों में राजस्थान में महिलाओं पर अत्याचार कई गुना बढ़े।”
पेपर लीक मामलों पर आलोचना
शेखावत ने गहलोत सरकार के दौरान हुए पेपर लीक मामलों पर भी कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने कहा, “मैंने पहले भी पेपर लीक के मामलों पर सवाल उठाए थे। राजस्थान में सरकार के होते हुए भी इतनी बड़ी संख्या में पेपर लीक की घटनाएं हुईं। इसके बावजूद, गहलोत खुद आगे आकर इस मामले में क्लीन चिट देते रहे।”
गहलोत की सफाई पर शेखावत की टिप्पणी
शेखावत ने कहा कि गहलोत लगातार कहते रहे कि न तो इसमें सरकारी अधिकारी शामिल हैं और न ही कोई राजनेता या कर्मचारी। शेखावत ने इसे गहलोत की सरकार की विफलता का परिणाम बताया और कहा कि अब जब सच सामने आ रहा है, तो वे बौखलाहट भरे बयान दे रहे हैं।
जनता का विश्वास गहलोत पर नहीं
शेखावत ने कहा कि राजस्थान की जनता ने पिछले पांच साल में गहलोत सरकार के कार्यकाल को देखा और समझा है। उन्होंने कहा, “राज्य की जनता अब उनके बयान पर ध्यान नहीं देती। जनता को अच्छी तरह से पता है कि गहलोत के बयान केवल उनकी खिसियाहट को दर्शाते हैं।”