चौक टीम, जयपुर। राजस्थान पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन के आह्वान पर आज रविवार को सुबह 6 बजे से प्रदेश के पेट्रोल पंपों पर हड़ताल शुरू हो गई है। जबकि 11 मार्च को जयपुर में सचिवालय का घेराव करेंगे। रविवार सुबह 6 बजे से 12 मार्च 6 बजे तक हड़ताल रहेगी। बता दें पेट्रोल-डीजल पर वैट की दरों में कमी की मांग को लेकर ये हड़ताल की जा रही है। वहीं कई जिलों के पेट्रोल पंप संचालक हड़ताल में शामिल नहीं हुए। जोधपुर, कोटा, भीलवाड़ा, अजमेर, जैसलमेर में पेट्रोल पंप खुले हैं।
कल 11 मार्च को निकालेंगे मौन रैली
जयपुर में इन मांगों को लेकर 11 मार्च को स्टैच्यू सर्कल से सचिवालय तक डीलर्स की एक मौन रैली भी निकाली जाएगी। इस आशय का पत्र राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह भाटी के हस्ताक्षर के साथ जारी कर दिया गया है।
इमरजेंसी सर्विस से जुड़े वाहनों में भरा जा रहा है पेट्रोल
बता दें बंद पेट्रोल पंपों पर इमरजेंसी सर्विस से जुड़े वाहनों को छोड़कर किसी भी वाहन में डीजल और पेट्रोल नहीं भरा जा रहा। राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह भाटी ने बताया कि पेट्रोल पंप संचालकों ने हड़ताल के दौरान जिला प्रशासन को भी किसी भी तरह से पेट्रोल-डीजल उपलब्ध नहीं कराने का निर्णय लिया है।
इसके अलावा लोकसभा चुनावों में सरकारी वाहनों को भी उधार पेट्रोल-डीजल देने पर रोक लगाने की घोषणा की है। उनका कहना है कि श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिले में देश का सबसे महंगा तेल है, तो 57 फीसदी पेट्रोल पंप आज सरकार की नीतियों के कारण बंद होने की कगार पर हैं।
केंद्र सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप
10 मार्च से श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, सिरोही, चूरू, जालोर, बाड़मेर, जैसलमेर, धौलपुर, करौली, दौसा, सीकर और झुंझुनू जिले के पेट्रोल पंप संचालक पूरी तरह से हड़ताल पर जा रहे हैं। राजस्थान पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष संदीप बगेरिया ने कहा राजस्थान के सभी पेट्रोल पंप रविवार 6 बजे से अगले 48 घंटे तक बंद रहेंगे। इसका मकसद सरकार को राज्य में उच्च ईंधन मूल्यों पर ध्यान दिलाना है।
उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने वादा किया था कि भाजपा सरकार ने पेट्रोल के मूल्य को कम करेगी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। बगेरिया ने आरोप लगाया कि हमारे व्यापार संघ के कई डीलर बंद होने की कगार पर हैं। राजस्थान में पेट्रोल पर सबसे अधिक वैट है।