चौक टीम, जयपुर। राजस्थान की अलवर लोकसभा सीट पर कांग्रेस की आपसी फूट सामने आ गई है। कांग्रेस की ओर से मुंडावर विधायक ललित यादव को लोकसभा प्रत्याशी घोषित किया गया है। इसके बाद से कांग्रेस के कई सीनियर नेता नाराज बताए जा रहे हैं। टिकट की दावेदारी जता रहे, अलवर के पूर्व सांसद डॉ. करण सिंह यादव ने बगावती तेवर अपना लिए हैं। इसी वजह से आज पूर्व सांसद करण सिंह यादव ने कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता से इस्तीफा दे दिया है।
बता दें टिकट की दावेदारी जताने वाले इन नेताओं का आरोप है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह ने उनके टिकट कटवा दिए हैं। करणसिंह यादव खुलकर उनका नाम ले रहे हैं। करण सिहं यादव का कहना है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह ने उनकी राजनीतिक हत्या की है। करण सिंह ने तो भाजपा प्रत्याशी भूपेंद्र यादव की जीत का दावा किया है। वहीं ये दोनों नेता बुधवार को फूलबाग में बुलाई कांग्रेस की मीटिंग में भी नहीं पहुंचे थे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद डॉ. करण सिंह यादव का कहना है कि वे लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रहे थे लेकिन पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह ने उनका टिकट कटवा दिया। डॉ. यादव का कहना है कि भंवर जितेंद्र सिंह शुरू से ही उनसे नाराजगी रखते थे। वर्ष 2004 में जब लोकसभा चुनाव जीते तो अगले चुनाव में टिकट कटवा दिया। वर्ष 2018 के उपचुनाव में चुनाव जीते तो भी 2019 के चुनाव में टिकट कटा दिया। डॉ. करण सिंह यादव का कहना है कि उन्हें टिकट नहीं देना उनकी राजनैतिक हत्या करना है।
उधर, भंवर जितेंद्र सिंह का कहना है कि टिकट में उनकी कोई भूमिका नहीं है। लोकसभा चुनाव के टिकट का फैसला तो सीईसी (सेंट्रल इलेक्शन कमेटी) करती है। कोई टिकट का दावेदार था और उनका टिकट कट गया है तो इसमें उनका कोई रोल नहीं है। उन्होंने कहा कि ललित यादव को प्रत्याशी बनाने से पार्टी को कोई नाराजगी नहीं है।