चौक टीम, जयपुर। राजस्थान में नए मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के शपथ ग्रहण समारोह को 76 दिन बीत जाने के बाद आज सीएम आवास खाली हो गया है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सीएम हाउस छोड़कर 49, सिविल लाइंस आवास में शिफ्ट हो गए हैं। यह वसुंधरा राजे के 13 सिविल लाइंस बंगले के ठीक सामने है। बताया जा रहा है कि उनके इस आवास पर रिनोवेशन का काम चल रहा था जो अब लगभग पूरा हो गया है। इसीलिए आज वे यहां शिफ्ट हुए हैं। वहीं शिफ्ट होने के पहले दिन ही अशोक गहलोत ने प्रेसवार्ता कर भाजपा सरकार पर निशाना साधा है।
इस दौरान गहलोत ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मुझे आज तक कभी बंगला खाली करने के लिए नहीं कहा। उन्होंने मुझसे कहा- आप बंगले में आराम से रहिए। मुझे जल्दी नहीं है। इस दौरान उन्होंने भजनलाल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हमारी सरकार ने अच्छे काम किए थे, लेकिन प्रधानमंत्री, अमित शाह और कई राज्यों के सीएम ने यहां आकर झूठा प्रचार किया। विधानसभा चुनाव में कन्हैया लाल से जुड़े मुद्दे को लेकर भी झूठ का प्रचार किया।
दरअसल, राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस छोडकर भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि किसी दबाव में आकर जिनको पार्टी से जाना है वे जल्दी जाए ताकि हम उनकी मजबूरी से हम कन्फ्यूज़ ना रहे। गहलोत ने कहा कि जबरदस्ती रोकना उचित नही है। जितने रोज जा रहे है उतनी नई पीढ़ी के लोग तैयार हो रहे है। वे जाने वाले लोगो की जगह भरने में सक्षम है।
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा ने गारंटी शब्द ही हमसे चुराया है। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक बॉन्ड के नाम पर घोटाला किया चंडीगढ़ मेयर का उदाहरण सभी के सामने है। क्या भविष्य में देश में ऐसे ही चुनाव होंगे?
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार चली गई और बीजेपी सरकार आ गई। पिछले ढाई महीने से लग ही नहीं रहा कि प्रदेश में कोई सरकार है। कार्यकारी मुख्यमंत्री तो सीएस सुधांश पंत बने हुए हैं। चर्चा यह भी है कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से ज्यादा तो सरकार में एक उपमुख्यमंत्री की चल रही है।
ERCP और यमुना जल समझौते पर पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि इससे बड़ा झूठ कोई और हो नहीं सकता। ERCP और यमुना के पानी पर जो रहा है वो धोखा है, झूठ बोलकर बीजेपी वाले आभार यात्रा निकाल रहे हैं, ERCP पर MOU हो गया लेकिन किसी को नहीं पता उसमें क्या है। सीएम की आभार सभाएं और धन्यवाद यात्राएं 400 हुए उसे भी सरकार ने सार्वजनिक नहीं किया सरकार की शुरुआत में ही अविश्वास की भावना बन रही है।
अशोक गहलोत ने आगे कहा कि तीन महीने में पेट्रोल-डीज़ल की रेट पर बात ही नहीं हो रही। गहलोत ने कहा – चुनाव से पहले तो ये लोक खूब बात करते थे। सत्ता परिवर्तन होते ही पेट्रोल – डीजल की रेट की समीक्षा की कहते थे। तेल की कीमतें कम करने की बात करते थे। लेकिन अब तो उसका जिक्र तक भी नहीं कर रहे।