23 जनवरी को महारानी कॉलेज छात्रसंघ कार्यालय के उद्घाटन के दौरान छात्र पदाधिकारियों के बीच जो मारपीट की घटना हुई. इस घटना के बाद महारानी कॉलेज के छात्र संघ और कॉलेज की छात्राओं द्वारा राजस्थान कॉलेज के छात्र संघ पदाधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया गया है. महारानी कॉलेज की छात्राओं ने आज इन पदाधिकारियों की मनमर्जी के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन करते हुए कॉलेज गेट के बाद छात्र संघ पदाधिकारियों का पुतला जलाकर अपना विरोध जताया.
अध्यक्ष मानसी वर्मा के नेतृत्व में हुआ प्रदर्शन
महारानी कॉलेज छात्रसंघ अध्यक्ष मानसी वर्मा के नेतृत्व में किए गए इस प्रदर्शन में पूर्व अध्यक्ष आकृति तिवारी, महासचिव ज्योति राठौड़, उपाध्यक्ष कपिशा सहित बड़ी संख्या में महारानी कॉलेज की छात्राएं शामिल हुई. इसके साथ ही राजस्थान यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ अध्यक्ष निर्मल चौधरी और महासचिव अरविंद जाजड़ा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की
क्या है 23 जनवरी का पूरा मामला
23 जनवरी को महारानी कॉलेज के छात्रसंघ कार्यालय का उद्घाटन कार्यक्रम था. कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे. इसी दौरान कार्यक्रम में राजस्थान यूनिवर्सिटी छात्रसंघ अध्यक्ष निर्मल चौधरी पहुंचे तो उस समय महासचिव अरविंद जाजड़ा पहले से ही वहां मौजूद थे. लेकिन जब निर्मल चौधरी स्टेज पर पहुंचे तो इस दौरान अरविंद जाजड़ा ने निर्मल चौधरी के पीछे से थप्पड़ मारा. जिसके महारानी कॉलेज में छात्रों के बीच में जमकर जूतम पैजार दिखाई गई. इस दौरान छात्राओं में काफी डर का माहौल भी बन गया. करीब आधे घंटे तक झगड़ा देखने को मिला था
छात्राओं में जबरदस्त आक्रोश, कहा अब और नहीं करेंगे बर्दास्त
महारानी कॉलेज के बाहर किए गए इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में छात्राएं मौजूद रही. छात्राओं ने आरोप लगाया कि राजस्थान यूनिवर्सिटी के छात्र संघ पदाधिकारी अपने आप को सबसे ऊपर समझते हैं. जब उनका मन करता है महारानी कॉलेज में आते हैं और अपनी दादागिरी करते हैं. छात्राओं के कार्यक्रम में पहुंचकर अध्यक्ष और महासचिव ने माहौल खराब किया और आज उनका पुतला जलाकर उनको चेतावनी दी जा रही है की अब और तुम्हारी मनमानी नहीं चलेगी. इसके साथ ही अब इन छात्र नेताओं को महारानी कॉलेज के अंदर प्रवेश नहीं दिया जाएगा.
प्रदर्शन में सभी पदाधिकारी के नहीं पहुंचने बनी चर्चा का विषय
हालांकि महारानी कॉलेज के बाहर किए गए प्रदर्शन में महारानी कॉलेज की महासचिव और अध्यक्ष ही पहुंचे. अन्य पदाधिकारी इस प्रदर्शन में शामिल नहीं हुए. जो प्रदर्शन में चर्चा का विषय बना