बिग बॉस ओटीटी सीजन 2 के विनर और यूट्यूबर एल्विश यादव एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं।
- जयपुर विजिट के दौरान वे पुलिस एस्कॉर्ट के साथ शहर में घूमते नजर आए।
- हालांकि, जयपुर एडिशनल कमिश्नर रामेश्वर सिंह ने पुलिस एस्कॉर्ट देने से इनकार किया है।
- वायरल वीडियो में पुलिस की चेतक और 112 इमरजेंसी रिस्पांस गाड़ियां एल्विश यादव की कार को एस्कॉर्ट करती दिख रही हैं।
कैसे हुआ विवाद शुरू?
- 8 फरवरी को एल्विश यादव सांभर में अपने नए गाने की शूटिंग के लिए जयपुर पहुंचे थे।
- उनके व्लॉग वीडियो में दिखाया गया कि जयपुर पुलिस की चेतक गाड़ी उन्हें होटल तक एस्कॉर्ट कर रही थी।
- जब वे सांभर के लिए रवाना हुए, तब 112 इमरजेंसी रिस्पांस वाहन उनकी कार के साथ चल रही थी।
- बगरू टोल प्लाजा पर उनकी गाड़ी को बिना टोल चुकाए जाने दिया गया।
वीडियो में क्या दिख रहा है?
एल्विश यादव ने अपने व्लॉग में अपने साथी से सवाल किया:
- “यह चेतक गाड़ी क्या होती है?”
- जवाब आया, “यह सुरक्षा के लिए होती है, रास्ता क्लियर करने के काम आती है।”
- एल्विश ने फिर पूछा, “क्या यही गाड़ी हमें आगे तक एस्कॉर्ट करेगी?”
- इस पर साथी ने कहा, “हर थाने पर गाड़ियां बदलती रहेंगी।”
पुलिस ने क्यों किया इनकार?
- जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ और जयपुर ग्रामीण एसपी आनंद शर्मा ने किसी भी तरह की एस्कॉर्ट देने से साफ इनकार कर दिया।
- लेकिन वीडियो में पुलिस की गाड़ियां हूटर बजाते हुए उनकी कार को एस्कॉर्ट कर रही हैं।
- इससे सवाल खड़ा हो गया है कि क्या पुलिस झूठ बोल रही है, या फिर एल्विश यादव झूठे दावे कर रहे हैं?
कांग्रेस नेता से मुलाकात के बाद विवाद गहराया
- जयपुर पहुंचने के बाद एल्विश यादव ने कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास से मुलाकात की।
- प्रताप सिंह ने इस मुलाकात की फोटो सोशल मीडिया पर भी शेयर की।
- सवाल यह उठ रहा है कि क्या प्रताप सिंह के कहने पर एल्विश को पुलिस एस्कॉर्ट दी गई?
पहले भी विवादों में रहे हैं एल्विश यादव
- कुछ महीने पहले जयपुर के एक रेस्टोरेंट में एल्विश यादव ने एक युवक को थप्पड़ मार दिया था।
- उस समय भी पुलिसकर्मी उनके साथ नजर आए थे।
- अब एक बार फिर पुलिस एस्कॉर्ट मामले में उनका नाम विवादों में आ गया है।
अब सवाल ये उठते हैं:
- यदि पुलिस ने एस्कॉर्ट नहीं दी, तो वीडियो में पुलिस की गाड़ियां कहां से आईं?
- क्या कांग्रेस नेता प्रताप सिंह से मुलाकात के बाद उन्हें वीआईपी ट्रीटमेंट मिला?
- यदि पुलिस एस्कॉर्ट दी गई थी, तो किसके आदेश पर?
- क्या राजस्थान पुलिस अब इस पर कोई जांच करेगी?
यह विवाद अब तूल पकड़ चुका है और राजनीतिक व प्रशासनिक दोनों स्तरों पर सवाल खड़े कर रहा है।