छोटी सी उम्र में कामयाबी के कई मुकाम हासिल करने वाली शिक्षा जैन देश विदेश में अपनी कामयाबी का परचम लहरा चुकी है. जयपुर की रहने वाली शिक्षा जैन के तीन साल के छोटे से करियर में 40 से ज्यादा पदक जीतकर ना सिर्फ अपनी प्रतिभा का लोहा पूरे देश में मनवाया है साथ ही युवा खिलाड़ियों के लिए एक आदर्श भी स्थापित कर दिया है. शिखर पर पहुंचने की इस खास पेशकश में आज हम बात करने जा रहे हैं जयपुर की शिक्षा जैन की जिन्होंने छोटी सी उम्र में शिखर पर पहुंचने के रास्ते पर अपने कदम आगे बढ़ा दिए हैं.
फ्लोरिडा में खेलेगी जयपुर की गोल्फर शिक्षा , अब तक जीत चुकी 40 से ज्यादा पदक
छोटी सी उम्र में देश-विदेश में अपनी कामयाबी का परचम लहरा चुकी जयपुर की नन्ही गोल्फर शिक्षा जैन अब फ्लोरिडा में ऑप्टिम्स्ट इंटरनेशनल गोल्फ चैंपियनशिप में देश का नेतृत्व करेगी, शिक्षा ने नोएडा में संपन्न जेपी किड्स गोल्फ में शीर्ष स्थान हासिल करते हुए फ्लोरिडा में इसी साल जुलाई में होने वाली चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई किया है. नोएडा में हुए दो दिवसीय टूर्नामेंट में देशभर से 70 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया और पांच खिलाड़ियों ने इंटरनेशनल चैंपियनशिप के लिए पात्रता हासिल की. इनमें शिक्षा जयपुर की अकेली गोल्फर हैं. मात्र 11 साल की शिक्षा के लिए यह नये साल का पहला ही टूर्नामेंट है. इससे पहले वह थाईलैंड में ब्लैक माउंटेन गोल्फ क्लब में टीम गोल्फ चैंपियनशिप में हिस्सा लेकर लौटी हैं. जहां दुनियाभर से करीब 100 टीमों के बीच भारतीय टीम टॉप-20 में रही. अब तक 40 से ज्यादा पदक जीत चुकी है शिक्षा. गोल्फ में अपने मात्र तीन साल के करियर में शिक्षा 40 से ज्यादा पदक जीत चुकी है. बीस से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय खिताब उनके नाम दर्ज हैं वहीं इतने ही टूर्नामेंटों में वे सिल्वर और ब्रांज मेडल जीत चुकी है.
ओलंपिक में गोल्ड जीतना है शिक्षा का लक्ष्य
शिक्षा ने करीब तीन साल पहले रामबाग गोल्फ कोर्स से शुरुआत की और उनका लक्ष्य 2028 में होने वाले ओलंपिक खेलों में देश के लिए गोल्ड जीतना है. शिक्षा जैन ने बताया कि अपने इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए वे दिन में 8 से 9 घंटे अभ्यास करती हैं.ओलंपिक में गोल्ड जीतकर देश में इस खेल को श्रेष्ठतम स्तर पर ले जाना ही लक्ष्य है. मेरा पूरा फोकस अपनी कोचिंग और फिटनेस पर रहता है.