पिछले 4 सालों से लगातार तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों की मांग उठ रही है. और अब विधानसभा चुनाव से पहले तबादलों की मांग पुरजोर तरीके से उठने लगी है. बीते करीब 2 महीनों से राजस्थान संयुक्त शिक्षक मोर्चा की ओर से अपनी मांग को उठाया जा रहा है. तृतीय श्रेणी शिक्षकों ने 5 फरवरी को दिल्ली में एआईसीसी घेराव की चेतावनी दी है. इसके साथ ही 5 फरवरी को प्रदेशभर के तृतीय श्रेणी शिक्षकों को दिल्ली पहुंचने का आह्वान किया जा रहा है.
5 फरवरी को दिल्ली चलो का दिया जा रहा नारा
प्रदेश के करीब सवा लाख से ज्यादा तृतीय श्रेणी शिक्षक अपने तबादलों की मांग कर रहे हैं. तबादलों की मांग को लेकर जयपुर में कई बार धरने और प्रदर्शन भी देखने को मिले. लेकिन अब राजस्थान के तृतीय श्रेणी के सभी शिक्षक संगठन अब एक मंच पर आते हुए अपनी मांग को पुरजोर तरीके से उठा रहे हैं. संयुक्त शिक्ष मोर्चा की ओर से काफी पहले ही दिल्ली में एआईसीसी घेराव की चेतावनी दे दी थी. और अब प्रदेशभर के तृतीय श्रेणी शिक्षकों को 5 फरवरी को दिल्ली पहुंचने का आह्वान किया जा रहा है.
2021 में लिए थे तबादला आवेदन, सूची का आज तक इंतजार
2018 विधानसभा चुनाव के बाद जब सत्ता में कांग्रेस आई तो उसके बाद से ही हर विभाग के हर वर्ग के कर्मचारियों को तबादलों की सौगात दी गई. लेकिन पिछले करीब सवा 4 सालों से तृतीय श्रेणी शिक्षक तबादलों का इंतजार ही करते रहे. लम्बी मांग के बाद आखिरकार सरकार ने तृतीय श्रेणी शिक्षकों की मांग को मानते हुए अगस्त 2021 में तृतीय श्रेणी शिक्षकों से तबादला आवेदन मांगे. करीब 85 हजार से ज्यादा तृतीय श्रेणी शिक्षकों ने तबादलों के लिए आवेदन भी करे. लेकिन करीब डेढ़ साल बीत जाने के बाद भी तबादला सूची जारी होने का इंतजार है.
घर-घर पर किया जा रहा जनसम्पर्क
राजस्थान संयुक्त शिक्षक मोर्चा 5 फरवरी को दिल्ली में होने वाले एआईसीसी घेराव को लेकर अब सभी शिक्षकों से जनसम्पर्क करने में जुटी है. संयुक्त शिक्षक मोर्चा के पदाधिकारियों द्वारा स्कूलों में जाकर, शिक्षकों के घरों पर जाकर दिल्ली पहुंचाने का आग्रह कर रहे हैं.