चौक टीम, जयपुर। राजस्थान का बजट बुधवार को विधानसभा में पेश होगा। इससे पहले आज मंगलवार को विधानसभा के बजट सत्र में सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। खासतौर पर यह बैठक उन फर्स्ट टाइम विधायकों के लिए है, जो सदन में पहली बार बजट की कार्यवाही में हिस्सा लेंगे। इसके बाद कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के नवनिर्वाचित सांसदों का सम्मान भी किया जाएगा।
विपक्ष की शैडो केबिनेट की तैयारी
बता दें मंगलवार को शाम नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली की अध्यक्षता में कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में बजट सत्र में कांग्रेस द्वारा सरकार पर हमले करने के मुद्दे और रणनीति तय होगी। विपक्ष के नेताओं द्वारा बताई जा रही रणनीति से सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती है। बजट सत्र में विपक्ष विधानसभा में आड़े हाथ लेने की कोशिश में जुट चुकी है। सदन में ज्वलंत मुद्दों को उठाने के साथ ही विपक्ष की शैडो केबिनेट की तैयारी है। विपक्ष सरकार के हर फैसले के साथ हर मंत्री के विभाग की बारीकी से जांच की भी तैयारी में है।
वहीं, विधायक दल की बैठक के बाद नवनिर्वाचित विधायकों के लिए एक ट्रेनिंग वर्कशॉप भीआयोजित होगी, जिसमें सीनियर विधायक और एक्सपर्ट पहली बार चुनकर आए विधायकों को सदन के फ्लोर मैनेजमेंट के बारे में टिप्स देंगे।
इस बैठक में राजस्थान में इसी साल संभावित उपचुनावों को लेकर भी मंथन होना है। राजस्थान में इस साल झुंझुनू, दौसा, खींवसर, देवली उनियारा और चौरासी विधानसभा में उपचुनाव होने हैं। ये सभी सीटें इंडिया गठबंधन के पास ही थीं। इन दिनों कांग्रेस विधानसभा से लेकर सोशल मीडिया तक पूरी तरह आक्रामक नजर आ रही है। सत्ता में बैठी भाजपा के ज्यादातर विधायक अनुभवहीन होने से कांग्रेस उन पर पूरी तरह हावी होने की तैयारी में है।
क्या होती है शैडो कैबिनेट?
शैडो मंत्रिमंडल वरिष्ठ विपक्षी नेताओं का एक समूह है, जिन्हें सत्तारूढ़ मंत्रिमंडल के पदों को प्रतिबिंबित करने के लिए नियुक्त किया जाता है। छाया मंत्रिमंडल की अवधारणा बाहर की है। लेकिन कई बार अपनाई गई है।