राजस्थान विधानसभा चुनाव में प्रदेश में दोनों पार्टियों ने युवा प्रत्याशियों पर भाग्य अजमाने में लगे हैं। इस बार बीजेपी के 27 और कांग्रेस ने 36 प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है, जो 40 से कम उम्र के हैं। इस बार के विधानसभा चुनाव में युवाओं को मौका देने में बीजेपी पर कांग्रेस भारी पड़ी है। बीजेपी ने 41 साल से 60 साल की आयु वाले 115 उम्मीदवारों को अवसर दिया है। वहीं कांग्रेस ने 99 प्रत्याशियों को ही मौका दे पाई है, जो अधिक उम्र के है।
कांग्रेस ने 59 प्रत्याशी रिटायरमेंट की उम्र पार करने वालों को चुनाव में उतारा है। कांग्रेस ने पीपलदा से 76 साल के उम्रदराज रामनारायण मीणा और बूंदी से 75 साल के हरिमोहन शर्मा का नामांकन कराया है। यह कांग्रेस के सबसे बुजुर्ग प्रत्याशी है। भीलवाड़ा जिले के शाहपुरा सीट से 84 साल के कैलाश मेघवाल ताल ठोक रहे हैं। युवा प्रत्याशियों के तौर पर जहां 27 साल की सुनीता कुमारी को फतेहपुर से बीजेपी और इसी उम्र के पर्वतसर से कांग्रेस ने राम निवास को चुनाव लड़ा रही है। ये दोनों ही पहली बार चुनाव लड़ेंगे।
सचिन पायलट के रूप में कांग्रेस को युवा नेतृत्व मिला हुआ है। 36 साल की आयु में पायलट प्रदेश अध्यक्ष बन गए। ऐसे में पायलट की ओर से अधिक से अधिक युवाओं को मौका देने की पैरवी की गई।