चौक टीम, जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा संशोधित पार्वती कालीसिंध चंबल एकीकृत ईआरसीपी परियोजना की स्वीकृति पर आभार यात्रा निकाल रहे हैं। उन्होंने पूर्वी राजस्थान के कई जिलों में रविवार को दौरा किया और कई जगहों पर जनता को संबोधित भी किया। इस कड़ी में वो अपने निर्धारित समय से लगभग पांच घंटे की देरी से टोंक जिले के निवाई में पहुंचे तो सही, लेकिन जनता को माइक से संबोधित नहीं कर सके, क्योंकि जिला प्रशासन और पुलिस रात दस बज जाने के कारण सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का हवाला देकर माइक बंद करवा चुका था।
टोंक जिले के निवाई में रविवार की शाम 6 बजे मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा को केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत व बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी के साथ ERCP आभार यात्रा को संबोधित करना था. इस बीच जनता 6 बजे से ही मुख्यमंत्री के आने का बाट जोह रही थी. मुख्यमंत्री ठीक 5 घंटे की देरी से आए, तब तक घड़ी की सुईयां साढ़े दस बजा चुकी थी. ऐसे में मुख्यमंत्री को बताया गया कि सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन के अनुसार माइक पर सभा नहीं हो सकती. ऐसे में सीएम ने मंच पर बीना माइक के ही जनता को संबोधित किया।
हम सब कानून से बंधे हुए हैं- सीएम
बिना माइन के संबोधित करते हुए सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि सबसे पहले मैं आप सबसे क्षमा चाहता हूं। कार्यक्रम तो बहुत जल्द का बनाया गया था लेकिन रास्ते में कार्यकर्ताओं के स्नेह को मैं छोड़ने की हिम्मत नहीं कर सका। रास्ते में मुझे जगह-जगह रुकना पड़ा। मैं वादा करता हूं कि निवाई दोबारा जरूर आऊंगा। हम सब कानून से बंधे हैं, ऐसे में रात 10 बजे बाद माइक का उपयोग नहीं कर सकते।
प्रशासन माइक बंद करने की गुजारिश करता रहा
सीएम के आने से पहले ही अधिकारी मंच पर मौजूद उपमुख्यमंत्री प्रेम चंद बैरवा, सांसद और स्थानीय विधायक रामसहाय वर्मा सहित मौजूद नेताओं को 10 बजे बाद माइक बंद करने की समझाइश करते रहे। इस बीच चार-पांच बार जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारी मंच पर पंहुचे, लेकिन माइक तभी बंद हुआ जब मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा का आगमन हुआ।
इससे पहले रविवार को मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा दिल्ली से धौलपुर के बाड़ी में पंहुचे और सभा को संबोधित किया। इसके बाद करौली, गंगापुर सिटी, भाड़ौती मोड़ व लालसोट में उन्होंने ERCP आभार यात्रा की सभाएं संबोधित की, लेकिन निवाई में वे माइक से संबोधन नहीं दे सके और दोबारा निवाई आने का वादा कर जयपुर लौट गए।