राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से 8 विभागों में 2 हजार 996 पदों पर आयोजित होने जा रही समान पात्रता परीक्षा ( CET स्नातक स्तर ) का आयोजन 7 और 8 जनवरी आयोजन होने जा रहा है. परीक्षा को लेकर बोर्ड की ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है. इसके साथ परीक्षा को पूरी पारदर्शिता तरीके से करवाने के लिए बोर्ड की ओर से कुछ आवश्यक कदम भी उठाए गए हैं. जिनमें से उठाया गया एक बड़ा कदम कहीं ना कहीं बेरोजगारों के लिए मुसीबत का सबब बनता जा रहा है. 7 और 8 जनवरी को दो पारी में परीक्षा का आयोजन होगा. सुबह की पारी यहां सुबह 9 बजे से शुरू होगी तो वही बोर्ड की ओर से परीक्षार्थियों को निर्देश दिए गए हैं कि 7.30 बजे तक परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थियों को रिपोर्ट करना होगा. तो वही 8 बजे तक परीक्षा केंद्रों के गेट बंद कर दिए जाएंगे. ऐसे में कड़ाके की सर्दी में परीक्षार्थियों के सामने समस्या खड़ी हो गई है कि वह समय पर परीक्षा केंद्र पर कैसे पहुंचे.
कड़ाके की सर्दी में समय पर पहुंचना बन सकती बड़ी चुनौती
CET परीक्षा में शामिल होने के लिए दूरदराज से आने वाले परीक्षार्थियों को लिए एक बड़ी चुनौती समय पर पहुंचना हो सकती है. सुबह पहली पारी का पेपर जहां 9 बजे से शुरू होगा. तो वही 8 बजे परीक्षा केंद्रों के गेट बंद कर दिए जाएंगे. ऐसे में 7.30 बजे परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र पर पहुंचना अनिवार्य होगा. दूरदराज से आने वाले परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र तलाशना साथ ही घने कोहरे और कड़ाके की ठंड के बीच में समय पर पहुंचना कहीं ना कहीं परेशानी का सबब भी बनता हुआ नजर आ रहा है.
पेपर की घटनाओं से बचने के लिए लिया गया फैसला
प्रदेश में पिछले कुछ समय से लगातार पेपर लीक की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. ऐसे में शिक्षा विभाग की ओर से ऐसी घटनाओं से बचने के लिए साथ ही परीक्षाओं को पूरी पारदर्शी तरीके से करवाने के लिए कठोर कदम उठाए जा रहे हैं. इन कठोर कदम में से इस कदम को एक माना जा रहा है. इसके साथ ही राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष हरिप्रसाद शर्मा ने साफ कर दिया है कि समय को लेकर किसी भी प्रकार का कोई परिवर्तन नहीं होगा. समय को लेकर काफी पहले ही परीक्षार्थियों को निर्देश जारी कर दिए गए थे. ऐसे में परीक्षार्थियों को समय पर ही परीक्षा केंद्रों पर पहुंचना होगा और सुबह की पारी में निर्धारित समय पर ही परीक्षा केंद्रों के गेट बंद कर दिए जाएंगे. गेट बंद करने के बाद किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा केंद्रों में प्रवेश नहीं दिया जाएगा.