चौक टीम, जयपुर। दिल्ली से सटे इलाकों में एक बार फिर किसान आंदोलन तेज हो गया। किसानों ने दिल्ली कूच करने का ऐलान किया है। इसके लिए वे दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर जमा हो रहे हैं। अपने साथ JCB और करें भी लेकर पहुंच रहे हैं। किसान दिल्ली में प्रवेश न कर पाएं इसके लिए दिल्ली के बॉर्डर सील कर दिए गए हैं। वहीं अभी जानकारी सामने आयी है कि केंद्र सरकार के न्योते के बाद किसानों ने फिलहाल दिल्ली कूच कुछ समय के लिए टाल दिया है। किसानों की पटियाला प्रशासन से बात चल रही है।
दरअसल, केंद्र सरकार के साथ चौथे दौर की बातचीत में नतीजा नहीं निकलने के बाद किसान नेताओं ने फिर से बुधवार को दिल्ली कूच का आह्वान किया है। इसके बाद से दिल्ली पुलिस अलर्ट मोड पर है। किसानों को दिल्ली में घुसने से रोकने के लिए पूरी तरह तैयार दिल्ली पुलिस ने सीमावर्ती इलाकों में मल्टी लेयर की सिक्योरिटी का इंतजाम किया। रास्ते में बैरिकेड लगाकर कंटेनर खड़े कर दिए गए हैं। साथ ही सुरक्षा घेरे को मजबूत करने के लिए बैरिकेडिंग पर लोहे की तार लगाई गई है।
इसके अलावा आज सुबह फिर से शंभू बॉर्डर पर हरियाणा पुलिस ने ड्रोन से आंसू गैस के गोले छोड़े। ड्रोन को फंसाने के लिए किसान पतंग उड़ा रहे हैं। किसानों ने पतंग की डोर से ड्रोन को फंसाने की कोशिश की तो ड्रोन वापस चले गए। किसानों ने गुलेल का भी इंतजाम कर लिया है।
ट्रैक्टरों को पीछे हटने के आदेश
किसान संगठनों के नेताओं ने घोषणा की है कि ट्रैक्टर बंद कर दें, किसान नेता पैदल ही आगे जाएंगे। ट्रैक्टर आगे नहीं जाएंगे। हरियाणा पुलिस द्वारा पांच मिनट लगातार आंसू गैस गोले छोड़े गए, जिसके बाद किसान नेताओं ने आगे चल रहे युवाओं को दो कदम पीछे हटने के लिए कहा। किसान नेता डल्लेवाल ने कहा कि वह सरकार की तरफ से बातचीत के लिए प्रस्ताव का कुछ मिनट इंतजार करेंगे।
पानीपत से शंभू बॉर्डर गए किसान
भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले पानीपत के किसान प्राइवेट गाड़ियों में मंगलवार सुबह रवाना हुए। किसान नेता हरेंद्र राणा और अन्य नेताओं की अगुवाई में किसान दस गाड़ियों में रवाना हुए। प्राइवेट गाड़ियों में किसान अलग-अलग स्थानों से आए। किसान भवन पर पुलिस तैनात रही। डीएसपी मुख्यालय धर्मबीर खर्ब ने पुलिसबल के साथ गाड़ियों का पीछा किया। किसानों ने चेतावनी दी कि पुलिस प्रशासन ने रोकने का प्रयास किया तो वे सारे नाके तोड़ देंगे। गुप्तचर विभाग किसानों के कूच को लेकर अलर्ट रहा। पंजाब के किसानों की मदद के लिए भारतीय किसान यूनियन आगे आई।
हमारा इरादा अराजकता पैदा करने का नहीं- किसान नेता
वहीं किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा है कि हमारा इरादा किसी तरह की अराजकता पैदा करने का नहीं है। हमने 7 नवंबर से दिल्ली जाने का कार्यक्रम बनाया है। अगर सरकार कहती है कि उन्हें पर्याप्त समय नहीं मिला तो इसका मतलब है कि सरकार हमें नजरअंदाज करने की कोशिश कर रही है। ये ठीक नहीं है कि हमें रोकने के लिए इतने बड़े-बड़े बैरिकेड लगाए गए हैं। हम शांति से दिल्ली जाना चाहते हैं, सरकार बैरिकेड हटाकर हमें अंदर आने दे। नहीं तो हमारी मांगें मान लें। हम शांत हैं। अगर वे एक हाथ बढ़ाएंगे तो हम भी सहयोग करेंगे। हमें धैर्य के साथ स्थिति को संभालना होगा। मैं युवाओं से अपील करता हूं कि वे नियंत्रण न खोएं।
किसान नेता पंढेर बोले- पीएम मोदी आगे आएं
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि हमने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की। हम बैठकों में शामिल हुए, हर बिंदु पर चर्चा हुई और अब फैसला केंद्र सरकार को लेना है। हम शांत रहेंगे…प्रधानमंत्री को आगे आना चाहिए और हमारी मांगों को स्वीकार करना चाहिए। 1.5-2 लाख करोड़ रुपये ज्यादा बड़ी रकम नहीं है…इन बाधाओं को हटाकर हमें दिल्ली की ओर मार्च करने की अनुमति दी जानी चाहिए।