चौक टीम, जयपुर। सीबीआइ ने आज (22 फरवरी) 2019 में जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में किरू हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट में 2,200 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार के मामले में पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के परिसरों सहित 30 से अधिक स्थानों पर छापे मारे। बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक द्वारा इस प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया गया था।
दरअसल, केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने किरु पनबिजली परियोजना में कथित भ्रष्टाचार के मामले में जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के परिसरों और 29 अन्य स्थानों पर गुरुवार को छापे मारे। अधिकारियों ने बताया कि CBI ने कई शहरों में 30 स्थानों पर सुबह छापे मारे, जिसमें लगभग 100 अधिकारी शामिल हुए। उन्होंने बताया कि यह मामला 2,200 करोड़ रुपये के किरू हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर प्रोजेक्ट के सिविल कार्यों को आवंटित करने में कथित भ्रष्टाचार से संबंधित है।
मलिक ने इस प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया था
मालूम हो कि मलिक 23 अगस्त 2018 से 30 अक्टूबर 2019 तक जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे। उन्होंने दावा किया था कि उन्हें दो फाइलों को मंजूरी देने के लिए 300 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की गई थी। इनमें से एक फाइल परियोजना से संबंधित थी। इसके बाद सीबीआइ ने पिछले साल अप्रैल में एक मामला दर्ज किया था। CBI ने चिनाब वैली पावर प्रोजेक्ट्स (P) लिमिटेड के पूर्व अध्यक्ष नवीन कुमार चौधरी और अन्य पूर्व अधिकारियों एम एस बाबू, एम के मित्तल और अरुण कुमार मिश्रा और पटेल इंजीनियरिंग लिमिटेड के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
पिछले महिने भी हुई थी तलाशी
यह आरोप लगाया गया था कि परियोजना के सिविल कार्य पैकेज को ई-टेंडरिंग के दिशानिर्देशों का पालन किए बिना आवंटित किया गया था। मलिक के परिसरों के अलावा, जिन अन्य स्थानों पर छापे मारे जा रहे हैं उनमें उनके पूर्व प्रेस सलाहकार, तीन चार्टर्ड अकाउंटेंट और अन्य शामिल हैं। वहीं, पिछले महीने इसी मामले में CBI ने पिछले महीने दिल्ली और जम्मू-कश्मीर में करीब 8 जगहों पर तलाशी ली थी। रिपोर्टों के अनुसार, तलाशी में लगभग 21 लाख रुपये से अधिक की नकदी के अलावा डिजिटल उपकरण, कंप्यूटर, संपत्ति दस्तावेज/आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए।
‘में किसान का बेटा हूं, इन छापों से घबराऊंगा नहीं’
वहीं इस छापेमारी के बाद पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि, “पिछले 3-4 दिनों से मैं बीमार हूं और अस्पताल में भर्ती हूं। इसके वावजूद मेरे मकान में तानाशाह द्वारा सरकारी एजेंसियों से छापे डलवाएं जा रहें हैं। मेरे ड्राइवर, मेरे साहयक के ऊपर भी छापे मारकर उनको बेवजह परेशान किया जा रहा है। में किसान का बेटा हूं, इन छापों से घबराऊंगा नहीं। मैं किसानों के साथ हूं।”