चौक टीम, जयपुर। भाजपा मुख्यालय में देर रात 3.30 बजे तक चली बैठक में केंद्रीय चुनाव समिति ने प्रधानमंत्री की उपस्थिति में चार घंटे तक लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों के नाम पर गहन विचार-विमर्श किया। बैठक में प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल, मप्र के मुख्यमंत्री मोहन यादव, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और गोवा सीएम प्रमोद सावंत सहित सीईसी के सदस्य मौजूद थे।
बता दें कल देर रात तक बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक चली और अब नजर बीजेपी की पहले सूची पर है, जिसमें लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों के नाम का ऐलान होगा। बताया जा रहा है आज देर शाम या फिर कल उम्मीदवारों के नाम का ऐलान हो सकता है यानी बीजेपी की पहली सूची जारी हो सकती है।
शिवराज सिंह चौहान लड़ सकते हैं चुनाव
कल की बैठक में 155 सीटों पर चर्चा हुई जिसमें उत्तर प्रदेश की लगभग 50 सीट थी। बीजेपी ने उत्तर प्रदेश की 50 सीटों पर उम्मीदवार तय कर लिए हैं जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बनारस की लोकसभा सीट भी शामिल है। वहीं कई राज्यों से पूर्व मुख्यमंत्री भी चुनाव लड़ते हुए नजर आएंगे। जिनमें मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम भी इसमें शामिल है।
इसके अलावा सूत्रों की माने तो 30 फ़ीसदी के आसपास टिकट बीजेपी काटेगी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक यह भी तय है कि 2019 के मुकाबले भाजपा ज्यादा महिलाओं उम्मीदवारों को टिकट देगी। यानी 2019 में बीजेपी ने 53 महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था, अब इसमें 33 फ़ीसदी की बढ़ोतरी करते हुए भाजपा इस बार 70 महिला उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतर सकती है।
इन 4 राज्यों में नहीं होगा गठबंधन
बीजेपी ने चार राज्यों में गठबंधन की स्थिति साफ कर दी है उत्तर प्रदेश में भाजपा अपने सहयोगियों को 6 सीट देगी और 74 सीटों पर खुद चुनाव लड़ेगी। इसके अलावा झारखंड में बीजेपी 14 में से 13 सीट खुद चुनाव लड़ेगी और एक सीट आजसू को देगी। इसके अलावा हरियाणा में बीजेपी ने साफ कर दिया है कि 10 की 10 सीट पर वह अकेले चुनाव लड़ेगी। क्योंकि पिछली बार या 2014 में बीजेपी 10 के 10 सेट अपने दम पर जितने में कामयाब रही थी। हालांकि हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला चाहते थे कि बीजेपी इस तरह राज्य में गठबंधन की सरकार चल रही है इस तरह इंडिया के तौर पर लोकसभा चुनाव में भी लड़े और उन्हें भी एक या दो सीट मिले। इसके अलावा असम की 14 सीटों में से भाजपा अपने सहयोगियों को तीन सीट दे रही है और 11 सीट पर खुद चुनाव लड़ेगी।