जयपुर। भाजपा अब जल्द ही नेता प्रतिपक्ष बना सकती है। इसके लिए उन्होंने 2 अप्रैल को विधायक दल की बैठक बुलाई है। हालांकि भाजपा विधायक दल की बैठक से पहले ही भाजपा के नवनियुक्त प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने एक ट्वीट कर दिया। जिसमें उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ को नेता प्रतिपक्ष बता दिया। अब उनके ट्वीट को लेकर सियासी हलकों में चर्चा शुरू हो गई है। हालांकि सीपी जोशी ने कुछ देर बाद ही ट्वीट को डिलीट कर दिया था।
सीपी जोशी के ट्वीट के बाद सियासी हलकों में चर्चा शुरू हो गई है कि राजेंद्र राठौड़ ही नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी निभाएंगे। दरअसल, शुक्रवार को बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, संगठन महामंत्री चंद्रशेखर, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय प्रचारक निंबाराम और जयपुर प्रांत के प्रचारक बाबूलाल की सेवा भारती भवन में बैठक हुई थी। इसमें राजस्थान में होने वाले संगठनात्मक बदलाव के साथ ही नेता प्रतिपक्ष को लेकर चर्चा हुई। इसके बाद राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह ने दो दिन में नया नेता प्रतिपक्ष बनने का दावा किया।
बैठक के बाद प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी राजेंद्र राठौड़ से मिलने उनके घर पहुंचे थे। इस दौरान जोशी ने राठौड़ के साथ अपनी फोटो को ट्वीट कर लिखा- आज जयपुर में विधानसभा नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ से उनके निवास पर मुलाकात हुई। संगठनात्मक कार्यों पर चर्चा की गई। कुछ देर बाद ही जोशी ने अपने ट्वीट को डिलीट कर लिया। फिर उपनेता प्रतिपक्ष बताते हुए राजेंद्र राठौड़ के साथ फोटो अपलोड किए। इसके बाद से ही बीजेपी की ओर से राजेंद्र राठौड़ को नेता प्रतिपक्ष बनाने के प्रयास तेज हो गए हैं।
कल होगी विधायक दल की बैठक
बीजेपी की ओर से रविवार दोपहर को प्रदेश मुख्यालय में विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में पार्टी आलाकमान की ओर से तय किए गए नए नेता प्रतिपक्ष के नाम को रखा जाएगा। विधायकों की राय के बाद नए नेता प्रतिपक्ष के नाम का ऐलान होगा। ऐसे में अगर राजेंद्र राठौड़ पार्टी के नए नेता प्रतिपक्ष बनते हैं। उनकी जगह उपनेता प्रतिपक्ष पर भी पार्टी विधायक को नियुक्त करेगी। ऐसे में सीपी जोशी के अध्यक्ष बनने के बाद कल से ही बदलाव का सिलसिला शुरू हो जाएगा।
बता दें कि बीजेपी ने 12 फरवरी को नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया को असम का राज्यपाल बना दिया था। इसके बाद से ही राजस्थान में नेता प्रतिपक्ष का पद खाली चल रहा है। ऐसे में चुनावी साल में जातिगत समीकरणों को साधते हुए आला नेताओं को पार्टी में एडजस्ट करने के लिए BJP जल्द ही नेता प्रतिपक्ष के पद पर नए नेता को जिम्मेदारी सौंप रही है।