चौक टीम, जयपुर। हाल ही में भारत सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्रियों पीवी नरसिम्हा राव और चौधरी चरण सिंह के साथ-साथ भारत की ‘हरित क्रांति’ के जनक एमएस स्वामीनाथन को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न देने का ऐलान किया है। इसके बाद जोधपुर में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि भाजपा राजनीति से प्रेरित न होकर व्यक्ति के व्यक्तित्व और गुणवत्ता का सम्मान करने वाली पार्टी है। बता दें इस साल मोदी सरकार अब तक 5 हस्तियों को भारत रत्न का सम्मान देने का ऐलान कर चुकी हैं।
जोधपुर में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भारत रत्न से जुड़े सवाल पर कहा कि भारत को कृषि की दृष्टि से आत्मनिर्भर बनाने, देश की नई कृषि नीति के निर्माता और रचयिता डॉ. एम.एस. स्वामीनाथन को भारत रत्न पुरस्कार देकर प्रधानमंत्री ने भाजपा का अन्नदाता के प्रति जो स्नेह और सम्मान है। उन्होंने कहा कि दो पूर्व प्रधानमंत्रियों चौधरी चरण सिंह और पीवी नरसिम्हा राव को भारत रत्न से सम्मानित कर प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा ने अपनी वैचारिक हृदय की विशालता का परिचय दिया है।
वहीं, उन्होंने कहा कि पार्टी के गांव चलो अभियान भाजपा के विचार को जन-जन तक पहुंचाने मोदी सरकार की लोक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ जिन लोगों को मिला है उनसे संपर्क करने और जो लोग शेष रह गए हैं। उनकी पहचान करने के लिए यह अभियान बनाया गया है।
उन्होंने कहा कि राजस्थान में भाजपा सरकार के निर्णय को लोगों तक पहुंचाने और भाजपा सरकार बनाने में जिस तरह से लोगों ने सहयोग और समर्थन किया उसके लिए उन्हें धन्यवाद देने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही आने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा का कमल एक बार फिर खिले, इसके लिए यह अभियान चलाया जा रहा है। गांव चलो अभियान में पार्टी के सभी वरिष्ठ कार्यकर्ता किसी न किसी गांव में 24 घंटे का प्रवास करेंगे। वहां रहकर लोगों से चर्चा करेंगे।
मालूम हो कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर पोस्ट करके पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव, चौधरी चरण सिंह और कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न देने की घोषणा की थी। इससे कुछ ही दिन पहले पीएम मोदी ने जननायक कर्पूरी ठाकुर और पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी के लिए भी भारत रत्न सम्मान की घोषणा की थी। इस तरह से 2024 में एक बार में सबसे ज्यादा पांच व्यक्तियों को भारत रत्न देने की घोषणा की गई। इससे पहले 1999 में एक बार में चार लोगों के लिए भारत रत्न सम्मान की घोषणा की गई थी।