चौक टीम, जयपुर। देश में बढ़ते महिला अपराध के खिलाफ बीजेपी महिला मोर्चा गहलोत सरकार के खिलाफ आज थाली बजाकर प्रदर्शन करेगी. थाली बजाते हुए महिलाएं सीएमआर की ओर कूच करेगी. बीजेपी महिला मोर्चा की प्रभारी व सांसद दीया कुमारी का कहना है कि हम थाली नाद प्रदर्शन करके महिला अत्याचार के मामले में कुंभकर्णी नींद में सोई सरकार को जगाने का काम करेंगे.
आज प्रदर्शन को लेकर जयपुर में कार्यकर्ताओं की पहुंचने का सिलसिला जारी रहेगा. वही सुबह 11:00 बजे महिला कार्यकर्ता प्रदेश भाजपा मुख्यालय में एकत्रित होगी. जहां सभा आयोजित की जाएगी जिसमें प्रदेश भाजपा के नेताओं का संबोधन होगा. इसके बाद महिला कार्यकर्ता ताली बजाते हुए सीएमआर की ओर कूच करेंगी.
राजस्थान बना रेपिस्थान
वहीं महिला मोर्चा की प्रभारी व सांसद दिया कुमारी ने कहा कि राजस्थान बलात्कार के मामले में नंबर वन पर है. लोग इसे राजस्थान की जगह रेगिस्तान कह रहे है. यह हमारे लिए शर्म की बात है कांग्रेस सरकार पिछले साढ़े चार साल से अपनी कुर्सी बचाने में लगी है.ऐसे में महिलाएं सरकार से जिस संरक्षण की उम्मीद लगाए बैठी है वह उन्हें कभी नहीं मिलेगा. कानून व्यवस्था का जिम्मा राज्य सरकार के पास है ऐसे में प्रदेश सरकार को जगाने के लिए हम यह प्रदर्शन कर रहे हैं.
किसान व युवाओं के मुद्दों पर भी होगा प्रदर्शन
महिला अत्याचार के आज के प्रदर्शन के बाद बीजेपी किसान व युवाओं के मुद्दों को लेकर भी प्रदर्शन करेगी. इसे लेकर 12 जुलाई को झुंझुनूं में बीजेपी किसान सम्मेलन का आय़ोजन करेगी. इस सम्मेलन में वे किसान शामिल होंगे. जिन्होंने राष्ट्रीयकृत बैंक, ग्रामीण बैंक से लोन ले रखा हैं. जिनका कर्जा आज तक माफ नहीं हुआ. वहीं कर्ज नहीं चुकाने पर जिन्हें कुर्की का नोटिस मिल चुका हैं या फिर जिनके खाते एनपीए हो गए हैं. इसके बाद बीजेपी 18 जुलाई को अजमेर में युवाओं के मुद्दों को लेकर सरकार के खिलाफ बड़ा प्रदर्शन करेगी. जिसमे पेपरलीक व बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार को घेरा जाएगा.
12 जुलाई को झुंझुनूं में बीजेपी का किसान सम्मेलन
वहीं, महिला अत्याचार के आज के प्रदर्शन के बाद बीजेपी किसान व युवाओं के मुद्दों को लेकर भी प्रदर्शन करेगी. इसे लेकर 12 जुलाई को झुंझुनूं में बीजेपी किसान सम्मेलन का आय़ोजन करेगी. इस सम्मेलन में वे किसान शामिल होंगे. जिन्होंने राष्ट्रीयकृत बैंक, ग्रामीण बैंक से लोन ले रखा हैं. जिनका कर्जा आज तक माफ नहीं हुआ. वहीं कर्ज नहीं चुकाने पर जिन्हें कुर्की का नोटिस मिल चुका हैं या फिर जिनके खाते एनपीए हो गए हैं.