भारतीय मानक ब्यूरो की राजस्थान ईकाई इन दिनों एक्टिव है। गैर मानक उत्पाद बेचने वालों पर कार्रवाई जारी है। कमजोर गुणवत्ता के खिलौनों के बाद अब एक्शन हेलमेट विक्रेताओं पर है। ट
बिना ISI मार्का हेलमेट बेचने पर एक्शन
प्रदेश के परिवहन विभाग और भारतीय मानक ब्यूरो ने संयुक्त रूप से पानीपेच और आसपास के इलाक़ों में विशेष अभियान चलाया। बिना ISI मार्क हेलमेट का विक्रय करने वाली दुकानों पर चेकिंग और ज़ब्ती अभियान चलाया । अभियान के दौरान कई हेलमेट विक्रेताओं की दुकानों में चेकिंग की गयी और मेसर्स प्रियांश एंटरप्राइजेज, पनिपेच, जयपुर से घटिया क्वालिटी के नॉन ISI हेलमेट ज़ब्त भी किए गए।
एक्ट के तहत है दंडनीय अपराध
भारत सरकार के गुणवत्ता नियंत्रण आदेश के अंतर्गत हेलमेट भारतीय मानक ब्यूरो के अनिवार्य प्रमाणन के अंतर्गत आते है । कोई भी उत्पादक या व्यापारी बिना ISI मार्क के हेलमेट का उत्पादन, विक्रय या भंडारण नहीं कर सकता । यहाँ तक की ई-कामर्स प्लेटफ़ॉर्म पर भी इसकी अनुमति नहीं है। ग्राहक बीआईएस केअर ऐप के माध्यम से हेलमेट पर लगे ISI मार्क के नीचे दिए सीएमएल नम्बर की प्रामाणिकता स्वयं ही जान सकते है । कार्यवाही का नेतृत्व डिप्टी यातायात आर भारतीय मानक ब्यूरो के प्रेम प्रकाश डुडी और प्रीतम अग्रवाल ने किया। बीआईएस की राजस्थान ईकाई प्रमुख कनिका कालिया के निर्देशन में हुई कार्यवाही से गैर मानक उत्पाद बिक्री कर रहे विक्रेताओं में हडकंप मच गया।