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बजट से पहले ही उठने लगी बड़ी मांग, बजट में किया नजरअंदाज तो होगी आर-पार की लड़ाई

बजट से पहले ही राजस्थान के कर्मचारियों ने सरकार को बड़ी चेतावनी दे दी है. अखिल राजस्थान राज्य संयुक्त कर्मचारी महासंघ एकीकृत ने सरकार को चेतावनी दे दी है कि अगर बजट में प्रदेश के कर्मचारियों को नजरअंदाज किया तो सरकार को आर-पार की लड़ाई का सामना करना पड़ सकता है. महासंघ एकीकृत की ओर से आयोजित की गई प्रांतीय बैठक में इस बात पर सर्वसम्मति से फैसला लिया गया

महासंघ एकीकृत की प्रांतीय बैठक का हुआ आयोजन

अखिल राजस्थान राज्य संयुक्त कर्मचारी महासंघ एकीकृत की प्रांतीय बैठक का आयोजन किया गया. JMA सभागार में जयपुर कर्मचारी महासंघ के प्रदेश प्रमुख महेंद्र सिंह चौधरी की अध्यक्षता में इस बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर सर्व सम्मति से फैसला लिया गया. 

15 सूत्री मांगों को नहीं किया पूरा तो होगा आंदोलन- विपिन शर्मा

महासंघ एकीकृत के प्रदेश महा मंत्री विपिन प्रकाश शर्मा ने बताया कि महासंघ की बैठक में 45 सम्बंध संगठनों के प्रदेश अध्यक्ष सहित सभी जिला अध्यक्षों ने हिस्सा लिया. साथ ही 15 सूत्री मांग पत्र पर अगर सरकार बजट में पूरा नहीं करती है. तो 12 फरवरी को कोर कमेटी बैठक में कर्मचारी महासंघ फरवरी महीने में सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जाएगा.

महासंघ प्रमुख ने दी चेतावनी

महासंघ एकीकृत प्रमुख महेंद्र सिंह ने राजस्थान सरकार को चेतावनी देते हुए कहा की महासंघ की वार्ता के अनुरूप मांग पत्र जल्द ही बजट से पूरा करना सुनिश्चित किया जाए. नहीं तो प्रदेश के कर्मचारी बजट के बाद आंदोलन के लिए मजबूर होंगे. इसके साथ ही पूरे राजस्थान के कर्मचारी जयपुर के लिए कूच करेंगे. 

इन मांगों को लेकर सरकार का ध्यान किया आकर्षित

महासंघ प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र राना ने संविदा निविदा कर्मचारियों को नियमित करने, वेतन विसंगति दूर करने, तीन के स्थान पर चार एसीपी परिलाभ देने, पेंशन की न्यूनतम आयु 20 साल करने, महिलाओं के लिए माहवारी अवकाश शुरू करने, विभिन्न कर्मचारियों के पदनाम परिवर्तन करने, प्रबोधक पदोन्नति, शिक्षा सेवा नियम समीक्षा, नर्सिंग छात्रों के स्टाई फंड को बढ़ाने जैसी ज्वलंत मांगों पर सरकार बजट में प्रावधान नहीं करती है तो फरवरी महीने में जयपुर में विशाल रैली की जाएगी.

कर्मचारियों के धैर्य की परीक्षा नहीं होने की कही बात

महासंघ के संरक्षक सियाराम शर्मा ने सरकार कर्मचारियों के धैर्य की परीक्षा ना लें. नहीं तो सरकार को इसके परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं. प्रदेश प्रवक्ता पुरुषोत्तम कुम्भज ने कहा की बैठक सम्बंध संगठनों के प्रदेश अध्यक्ष सहित सभी महासंघ जिलाध्यक्ष ने बैठक को संबोधित किया तथा बजट की समीक्षा कर आन्दोलन के लिए तैयार हैं.