चौक टीम, जयपुर। राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में काले हिरण के शिकार के मामले में सरकार ने प्रदर्शनकारियों की मांग को मानते हुए डीएफओ को एपीओ और वन रेंजर को सस्पेंड कर दिया है। नेशनल हाईवे 62 पर जारी जाम भी खुल गया। जिला कलेक्टर लोकबंधु और एसपी गौरव यादव ने इस पूरे मामले में वार्ता का नेतृत्व किया।
राष्ट्रीय बिश्नोई महासभा के अध्यक्ष देवेंद्र बुड़िया, संघर्ष समिति के सदस्यों और प्रशासन के बीच हुई। कई दौर की बातचीत के बाद बुधवार देर रात करीब 1 बजे सहमति बनी। डीएफओ दलीप सिंह को एपीओ और रेंजर वेद प्रकाश को सस्पेंड करने की मांग को प्रशासन ने स्वीकार किया। वार्ता के दौरान प्रशासन और संघर्ष समिति के बीच कुछ देर के लिए गतिरोध बना रहा, लेकिन बाद में प्रदर्शनकारियों ने धरना समाप्त कर दिया और 33 घंटे से अधिक समय से जाम हाईवे को खोल दिया गया।
उल्लेखनीय है कि बुधवार को कई दौर की वार्ता हुई, लेकिन बात नहीं बनी। इस पर राष्ट्रीय बिश्नोई महासभा के अध्यक्ष देवेंद्र बुड़िया ने आंदोलन को और तेज करने और पूरे प्रदेश में फैलाने की घोषणा कर दी। जिसके बाद प्रशासन ने इस मामले में वार्ता की और रात करीब 1 बजे जिला कलेक्टर और एसपी गौरव यादव धरना स्थल पर पहुंचे। वार्ता का निर्णय सुनाया।
इसके बाद धरना समाप्त कर दिया गया। राष्ट्रीय बिश्नोई महासभा के अध्यक्ष देवेंद्र बुड़िया ने इस फैसले को वन्यजीव प्रेमियों की जीत बताया। इसके अलावा धरने में शामिल लोगों के खिलाफ मुकदमे दर्ज न करने की भी सहमति बनी।