चौक टीम, जयपुर। राजस्थान के 2022 वन रक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी) की बड़ी कार्रवाई सामने आई है। एसओजी ने वन रक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में कथित संलिप्तता के आरोप में राजस्थान में ग्यारह लोगों को गिरफ्तार किया है। राजस्थान पुलिस की ओर से शनिवार को जारी बयान में उक्त जानकारी दी गई है। राजस्थान पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि 28 जून को पुलिस ने बांसवाड़ा में दो आरोपियों प्रवीण मालवीय और उनकी पत्नी सविता डोडियार को गिरफ्तार किया था।
वनरक्षक भर्ती परीक्षा 2022 के पेपर लीक में बांसवाड़ा में एसओजी ने शनिवार को बड़ी कार्रवाई की। पुलिस और एसओजी ने 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें 3 दंपती, 6 वनरक्षक और एक शिक्षा विभाग का जेईएन शामिल है। पुलिस ने इस मामले में 15 लोगों पर केस दर्ज किया है। हालांकि लीक का मास्टर माइंड बाड़मेर का हरीश उर्फ हीराराम सारण फरार है।
इस बारे में एसपी हर्षवर्धन अग्रवाला ने बताया कि एएसपी, रिजर्व रेंज धनफूल मीना ने कुशलगढ़ थाने में प्रवीण मालवीय और शिक्षिका पत्नी सविता डोडियार के खिलाफ केस दर्ज कराया था। दोनों को 5 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था। इनसे पूछताछ में वनरक्षक भर्ती में पेपर लीक का खुलासा हुआ।
बता दें वनरक्षक भर्ती परीक्षा 13 नवंबर, 2022 को दो पारियों में कराई गई थी। आरोपी सकन सिंह खड़िया ने परीक्षा से एक दिन पहले अभ्यर्थियों से 8-8 लाख रुपए लिए थे। इसके बाद आरोपी (वन कर्मी) सुकाम, सुभाष, वीर सिंह, शीला, निरमा, शिल्पा, संगीता और ईश्वरलाल को प्रवीण ने बांसवाड़ा की शास्त्री नगर कॉलोनी में बुलाया। 13 नवंबर को मास्टरमाइंड हरीश और डूंगरपुर में शिक्षा विभाग में तैनात जेईएन कनिष्ठ अभियंता ने अभ्यर्थियों को जवाब रटाए थे।