Become a member

Get the best offers and updates relating to Liberty Case News.

― Advertisement ―

spot_img
Homeमुख्य समाचारराजनीति'भजनलाल सरकार में मंत्रियों के SA मंत्रियों की जासूसी कर रहे हैं…',...

‘भजनलाल सरकार में मंत्रियों के SA मंत्रियों की जासूसी कर रहे हैं…’, डोटासरा का बड़ा बयान, बोले- दिल्ली भेजी जा रही फाइल

चौक टीम, जयपुर। राजस्थान में बजट जारी होने की पूर्व संध्या पर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भजनलाल सरकार पर बड़ा हमला बोला है। आज मंगलवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक में आए डोटासरा ने आरोप लगाया कि विशेष सहायक (एसए) मंत्रियों की जासूसी कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि फाइलों की रिपोर्ट दिल्ली और ब्यूरोक्रेसी को भेजी जा रही है।

डोटासरा ने आगे कहा कि यह लोकतंत्र का अपमान है। उन्होंने कहा कि इस सरकार में मंत्री इस्तीफा लिए घूम रहे हैं। कहा कि मंत्रियों को काम करने की स्वायत्तता नहीं हैं।

डोटासरा ने बजट को लेकर साधा निशाना

डोटासरा ने कहा कि सरकार बुधवार को अपना बजट पेश करने जा रही है। वित्त मंत्री के तौर पर दीया कुमारी सदन में बजट पढ़ेंगीं, लेकिन बजट से पहले सुझाव के लिए उन्होंने एक भी बैठक नहीं ली, बल्कि सभी बैठक मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने ली हैं। ऐसे में जिसने बजट तैयार किया है। वो पढ़ेगा नहीं और जो पढ़ेगा उसने बजट तैयार नहीं किया।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में कृषि बजट अलग से पेश किया जाता था, लेकिन अब अलग बजट पेश करना तो दूर जो बजट आने वाला है। उसमें कृषि विभाग से संबंधित कितने प्रावधान किए जाएंगे, क्योंकि कृषि मंत्री ने तो इस्तीफा दे दिया, फिर कृषि मंत्री से जुड़े सुझाव किसने दिए हैं।

किरोड़ी लाल के इस्तीफे पर कही यह बात

गोविंद डोटासरा ने कहा कि मंत्री एक महीने पहले इस्तीफा दे देते हैं। कई दिनों तक इस बात को दबाकर रखा गया। अब जब उनके इस्तीफे की जानकारी सार्वजनिक हो गई है। उसके बाद भी कोई यह बताने की स्थिति में नहीं है कि आज क्या स्थिति है। उनका इस्तीफा मंजूर किया गया है या नहीं। कोई यह नहीं बता पा रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या सरकार ने किरोड़ी लाल मीणा की भावना को कृषि विभाग की बजट संबंधी घोषणाओं में शामिल किया है।

ये लोग एक-दूसरे को पटखनी देने में लगे- डोटासरा

डोटासरा ने कहा कि इनके नेता अपने मन की बात कर रहे हैं और ये लोग एक-दूसरे को पटखनी देने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि आरएसएस से जुड़े विद्या भारती की स्कूलें पिछले दिनों बंद हो गईं हैं। उन स्कूलों को सरकारी सेक्टर में अंग्रेजी स्कूल खुलने से और नुकसान हुआ। इसलिए प्रदेश की भाजपा सरकार और शिक्षा मंत्री हाथ धोकर अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के पीछे पड़े हैं।